
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्त्वावधान में इकाई स्तरीय प्री-आरडी चयन शिविर, 2023 का आयोजन महाविद्यालय के कक्ष संख्या 64 में किया गया। इस बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में केंद्र सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस की परेड में केवल महिलाओं की ही भागीदारी रखना तय किया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सीमा सोरल द्वारा की गई। कार्यक्रम का संयोजन डॉ विवेक कुमार मिश्र, पूर्व जिला समन्वयक, एनएसएस द्वारा किया गया । साथ ही स्वयंसेवकों के चयन हेतु निर्णायक मंडल में डॉ. वंदना शर्मा, डॉ. महावीर साहू एनसीसी प्रभारी और डॉ. कल्पना श्रृंगी सम्मिलित रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना की साथ हुई। तत्पश्चात् एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ समय सिंह मीना द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना, संगठनात्मक स्वरूप, ध्येय, लक्ष्य, सहभागिता से होने वाले लाभों और आयोजित की जाने वाली गतिविधियों की विस्तृत जानकारी स्वयंसेवकों को दी। वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रो. मंजु गुप्ता द्वारा गणतंत्र दिवस शिविर में भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक योग्यताओं, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, व्यक्तित्व निर्माण आदि के संबंध में स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। इसके बाद प्रतिभागी स्वयंसेविकाओं द्वारा रजिस्ट्रेशन करवा कर अपनी गायन, नृत्य आदि मनमोहक प्रस्तुतियां देकर पूर्व गणतंत्र दिवस शिविर हेतु स्वयं की योग्यता सिद्ध की। राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा में दिनांक 09.10.2023 को आयोजित होने वाले संभाग स्तरीय प्री-आरडी चयन शिविर हेतु एनएसएस इकाई-अ से छात्रा अनीता सोलंकी, इकाई-ब से पूर्णिमा भारद्वाज और इकाई-स से छात्रा अंजलि प्रजापति का चयन किया गया।
इसके बाद स्वच्छता ही सेवा अभियान (15.09.2023 से 02.10.2023) के तहत एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रो. विवेक कुमार मिश्र ने अपने विचार रखते हुए कहा कि एक स्वच्छ, सुंदर और हरे-भरे राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान देना भी सच्ची राष्ट्रभक्ति है। प्राचार्य डॉ. सीमा सोरल ने कहा कि भारत सरकार की यह एक महत्वपूर्ण पहल है। अपने आसपास के परिसर को साफ-सुथरा रखना, इसके प्रति लोगों को जागरूक करना न केवल हमारा दायित्व है अपितु एक सच्चे नागरिक के नाते कर्तव्य भी है। इसके बाद प्राचार्य महोदय द्वारा सभी को स्वच्छता शपथ दिलवाई।स्वयंसेविका वयंसेविका पूर्णिमा भारद्वाज ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हमारे शिक्षण संस्थान शिक्षा के मंदिर हैं, अतः इन्हें स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है। हमें गुटखा, सुपारी आदि खाकर सार्वजनिक स्थानों को दूषित नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम के अन्त में डॉ रसीला द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में प्रो. ऊषा व्यास, प्रो. सपना टकसाली, डॉ. प्रभा शर्मा, डॉ. मनोरंजन सिंह, डॉ. रविदत्त शर्मा, डॉ. आर. के. मीना आदि संकाय सदस्यों सहित खुशी मीना, दिया वर्मा, खुशबू नागर, कविता मीना, अनीता मीना, मनोरमा पांचाल, मुस्कान बैरवा, अर्चना, गुलफ्शा आदि स्वयंसेविकाओं ने अपनी सहभागिता से कार्यक्रम को सफल बनाया।