
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में उच्च शिक्षा के लिए राजस्थान मिशन 2030 के तहत विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के मध्य परामर्श और सुझाव हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया।
प्राचार्य प्रोफ़ेसर सीमा सोरल ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि उच्च शिक्षा के धरातल पर सभी सुधारों को गहन परामर्श और चिंतन के द्वारा जमीन से जुड़ा व्यक्ति अच्छी तरह जानता है अतः वह उनके लिए अवश्य सुझाव दे सकता है । साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान बीमारू राज्य की पंक्ति से बाहर निकलकर एक पूर्ण बिकसित राज्य होने के लिए कटिबद्घ है और हमारा दायित्व है कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हम अपना निष्ठा और कर्तव्य से भरपूर समय देने का संकल्प लें।
डॉ दीपक चतुर्वेदी सुझाव दिया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध और ज्ञान को नवीनतम बिंदु पर लेने की जरूरत है और संसाधनों को और मजबूत करने की जरूरत है। डॉक्टर जी के शर्मा ने कहा की नई शिक्षा नीति का यह संक्रमण काल है और इसके क्रियान्वयन से ही सफलता मिलेगी। जरूरी यह है कि इसका क्रियान्वयन अपने योग्यतम स्तर पर हो।
डॉक्टर जी आर खान ने कहा कि गहन परामर्श और चिंतन हमेशा मूल्यांकन और सुधार की प्रेरणा देता है, महाविद्यालयों में मूल्यांकन व्यवस्था में सुधार करना चाहिए तथा अन्य व्यवस्थाओं को भी सुधारना चाहिए। आदित्य गुप्ता ने कहा कि शिक्षा हमारे व्यक्तित्व को आलोकित करती है प्रत्येक विद्यार्थी को चाहिए कि वह ज्ञान ग्रहण करने की रुचि जाग्रत करे और परिश्रमी बनें।

डॉ हिमा गुप्ता ने कहा कि शिक्षा को इस प्रकार का होना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति का अर्थव्यवस्था में योगदान हो पाये।
छात्रा सनोवर ने कहा कि महाविद्यालयों में आधार भूत ढांचा को विकसित करके हम विकसित राज्य की कल्पना को साकार कर सकते हैं। छात्रा जसप्रीत कौर ने कहा कि रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम शामिल होने चाहिए।
छात्रा फिजा ने कहा कि महाविद्यालय का वातावरण सतत सकारात्मक हो और छात्रों को आगे बढ़ने और पढ़ने की प्रेरणा मिले। छात्र शिवम ने कहा कि प्रशासन पढ़ाई को सुधारने के लिए व्यवस्था को योग्यतम स्तर पर लेकर जाए।
छात्रा शिल्पा करुरिया ने कहा कि प्रत्येक छात्र के लिए उपस्तिथि कम होने पर सजा और अधिक होने पर पुरुस्कार का प्रावधान करना चाहिए, जिससे छात्रों में पढ़ने की प्रेरणा मिले, साथ ही खेल व्यवस्थाओ को सुधारने के लिए एक अलग विभाग खोला जाना चाहिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना और स्काउट गाइड के छात्र-छात्राएं कार्यक्रम अधिकारियों के निर्देशन में राजस्थान मिशन 2030 को आगे ले जाने के लिए कृत संकल्प दिखे।

इस अवसर पर प्रोफेसर शालिनी भारती, प्रोफ़ेसर सुमन गुप्ता, प्रोफ़ेसर दीपा चतुर्वेदी, प्रोफेसर जतिन्दर कोहली और प्रोफेसर सीमा चौहान के साथ सभी संकाय सदस्य भी कार्यशाला मैं उपस्थित थे। राजस्थान मिशन 2030 कार्यशाला में छात्र छात्राओं ने अत्यधिक उत्साह पूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफ़ेसर विवेक मिश्र ने किया।
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