
-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। कोटा संभाग में शाइन इंडिया फाउंडेशन द्धारा वृहद स्तर पर नेत्रदान-अंगदान-देहदान की जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। संस्था के प्रयासों से आने वाली भावी पीढ़ी को विद्यालय स्तर पर ही इस तरह के सामाजिक कार्याे के लिये जागरूक किया जा रहा है।
आज कोटा से 30 किलोमीटर दूर स्थित ग्रामीण क्षेत्र डोलिया के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, के कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को शाइन इंडिया फाउंडेशन के सदस्यों द्धारा नेत्रदान की वर्तमान समय में जरूरत, नैत्रदान की प्रक्रिया व नैत्रदान से जुड़ी भ्रान्तियों पर विस्तार से जानकारी दी गयी। इसके साथ ही कॉर्निया की अंधता के कारण व निवारण पर भी विस्तार से बच्चों को समझाया गया।
कार्यशाला के शुभारंभ में प्रधानाध्यापक बत्तीलाल महावर ने संस्था सदस्यों का माल्यार्पण कर अपने विचार व्यक्त हुए कहा कि,संस्था द्वारा चलाया जा रहा संभाग स्तरीय, निःस्वार्थ व अनवरत, यह अभियान सही मायने में उत्तम सामाजिक सेवा कार्य है।
संस्था के संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ ने बच्चों को नैतिक शिक्षा से संबंधित कहानियों के साथ में नेत्रदान के बारे में पूरी जानकारी दी। मृत्यु बाद शरीर का कोई मोल नहीं है,यदि जलाने-दफ़नाने से पहले मृत देह के कोई अंग से किसी के जीवन को बेहतर किया जा सकता है तो,हर धर्म-समाज-वर्ग के लोगों को इस नेक कार्य के बारे में अपने परिवार के सदस्यों को बताना चाहिये।
विधालय की शिक्षिका श्रीमति मीना अदलखा ने कहा कि देश को अच्छे नागरिक देने के लिये उत्तम शिक्षा के साथ साथ ,समय समय पर इस तरह के सामाजिक कार्यों की कार्यशाला से बच्चों में न सिर्फ समाज,देश के प्रति दायित्व बढ़ता है,बल्कि उनमें नई ऊर्जा व आत्मविश्वास का संचार करता है।
कार्यशाला के अंत में विद्यार्थियों के लिये, संस्था सदस्य यश,सौरभ और टिंकू ओझा ने सम्बंधित विषय पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया। सवालों का सही ज़वाब देने वाले बच्चों को संस्था की ओर से शाइन मेडल पहना कर पुरुस्कृत किया गया। इस कार्यशाला को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक कोमल गौतम,उषा अग्रवाल,किरण नामा, मीना राठौर,परसराम मीणा,अजय गुप्ता,पवन सोनी,नरेंद्र कुमार,नीना चौहान,अनिता पंचोली का भी सहयोग मिला।