
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार एवं आयुक्त कानाराम ने कोटा जिले में बे-मौसम वर्षा से खरीफ की फसलों में हुए नुकसान का रविवार को जिला कलक्टर ओपी बुनकर, प्रशासनिक अधिकारी एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम के साथ मौके पर जाकर जायजा लिया। अधिकारियों के दल नेे बड़गांव में किसान बनवारी के खेत में धान की फसल में बेमौसम बरसात से हुए नुकसान का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। किसान ने बताया कि खेत में धान की फसल पानी भराव एवं हवा के वेग से जमीन पर गिर जाने से अच्छी प्रकार नहीं पक पायेगी। फसल कटाई के समय में भी परेशनी का सामना करना पडेगा। प्रमुख शासन सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले के लिए संसूचित बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर, मोबाइल ऐप तथा ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाने के लिए किसानों को प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि जहां भी फसल में खराबा हुआ है। 72 घंटे के अन्दर किसानों को बीमा कम्पनी को सूचना दिया जाना आवश्यक है।
फसलों में हुए नुकसान की जिलेवार समीक्षा
उन्होंने सभी कृषि पर्यवेक्षकों, पटवारियों को किसानों से सीधा संवाद बनाकर नुकसान की सूचना दिये जाने के लिए पाबन्द करने के निर्देश दिये। दस दौरान अतिरिक्त कलक्टर राजकुमार सिंह, सयुक्त निदेशक (कृषि) रामअवतार शर्मा, उप निदेशक खेमराज शर्मा सहित संबन्धित अधिकारी उपस्थित रहे। प्रमुख शासन सचिव ने इसके अलावा रविवार को कलक्ट्रेट स्थित वीसी कक्ष से संभाग के चारों जिलों में बेमौसम बरसात से खरीफ की फसलों में हुए नुकसान की जिलेवार समीक्षा करते हुये कहा कि कोटा संभाग में बेमौसम बरसात से किसानों की फसलों में हुए नुकसान का किसानों को 72 घंटे में बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर मोबाइल ऐप अथवा ऑनलाइन पोर्टल पर सूचना देने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में टीम लगाकर पारदर्शिता से 4 दिवस में सर्वे करवान के निर्देश दिये।
72 घंटे में सूचना देने के लिए प्रेरित करें
उन्होंने कहा कि बेमौसम बरसात से किसानों के उड़द, सोयाबीन अथवा धान की फसलों में किसी भी प्रकार का नुकसान हुआ हो उसके लिए किसानों को बीमा कंपनी को 72 घंटे में सूचना देने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने राजस्व विभाग के सभी पटवारियों, कृषि पर्यवेक्षक को लगातार गांव में रहकर किसानों को इस कार्य के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव में नियुक्त सभी कार्मिंक यह सुनिश्चित करें कि नुकसान की इस घड़ी में किसान को नियमानुसार अधिक से अधिक सहायता मिल सके। किसानों को बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर, मोबाइल ऐप अथवा ऑनलाइन पोर्टल पर सूचना प्रेषित करने के लिए जानकारी दें। उन्होंने दूरदराज के क्षेत्रों से फसल खराबे की सूचना किसानों से ऑफलाइन लिखित सूचना कृषि विभाग के अधिकारियों को एकत्रित कर बीमा कंपनी को सूचित करने के निर्देश दिए।
फसल खराबे के सर्वे के निर्देश
प्रमुख शासन सचिव ने सभी जिला कलक्टरों को राजस्व, कृषि एवं बीमा कंपनी के कार्मिकों की टीम बनाकर चार दिवस में फसल खराबे के सर्वे कार्य को पारदर्शिता से पूरा करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिला कलेक्टर सर्वे कार्य के नियमित मॉनिटरिंग करें सर्वे के दौरान किसानों को भी साथ रखें, सर्वे के दौरान एक प्रति किसान को भी उपलब्ध कराएं। उन्होंने संभाग में क्रॉप कटिंग कार्य को भी शत-प्रतिशत ऑनलाइन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को सर्वे प्रपत्रों को समय पर ऑनलाइन करने तथा पारदर्शिता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों को चारों जिलों में पर्याप्त संख्या में सर्वेयर नियुक्त करने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त दीपक नंदनी ने कहा कि सभी जिला कलक्टर, कृषि विभाग के अधिकारी समन्वय से कार्य करते हुए चार दिवस में प्राथमिकता से सर्वे कार्य पूरा करें। उन्होंने जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का सर्वे अति शीघ्र करने के निर्देश दिए।
क्रॉप कटिंग की सूचना ऑन लाइन करने के निर्देश
आयुक्त कृषि कानाराम ने कहा कि नुकसान की सूचना एप, टोल फ्री नम्बर पर 72 घ्ंटे में दिये जाने के लिए सभी को पाबन्द करें। उन्होंने क्रॉप कटिंग की सूचना भी शत-प्रतिशत समय पर ऑन लाइन करने के निर्देश दिये। संयुक्त निदेशक कृषि राम अवतार ने बताया कि बारां जिले में 1 लाख 63 हजार, बूंदी में 51 हजार, झालावाड़ में 1 लाख 61 हजार तथा कोटा जिले में 1 लाख 82 हजार क्षेत्र में फसल खडी हुई है अथवा खेतों में पडी हुई है जिसमें प्रारम्भिक रूप से खराबे का अनुमान है। लगातार वर्षा को देखते हुए अभी नुकसान बढ़ने की संभावना है। चारों जिलों में उपनिदेशक (कृषि) द्वारा उड़द, सोयाबीन, धान की फसलों में अलग-अलग स्तर पर नुकसान होने की जिलेवार जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन राजकुमारसिंह, शहर बृजमोहन बैरवा, सयुक्त निदेशक उद्यान पीके गुप्ता, उप निदेशक कृषि खेमराज शर्मा, उद्यान आनन्दीलाल मीना सहित संबन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।