
-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। कोचिंग सिटी में गुरुवार देर शाम अचानक आंधी के साथ बारिश हुई। इसके चलते भामाशाह मंडी में खुले में रखे अनाज के ढेर भीग गए। बारिश के कारण मंडी में करीब 15 से 20 हजार बोरी गेहूं, सरसों आदि खुले में पड़े हुए थे। गेहूं के ढेर को भीगने से बचाने के लिए किसान तिरपाल आदि से ढकान करने में जुटे रहे, लेकिन आंधी के कारण तिरपाल भी तेज अंधड़ में उड़ गए। मंडी में अनाज भीगने से किसानों को खासा नुकसान हुआ है। मंडी में गुरुवार का रामनवमी के उपलक्ष पर अवकाश था, इसके बावजूद किसान माल लेकर पहुंच गए और नीलामी यार्ड में ढेर लगा दिए थे। बारिश के अचानक आने से राखी अनाज की बोरीया भीग गई। इससे किसानों को नुकसान हुआ है।
आए दिन असमय बारिश से किसान खून के आंसू रो रहा है। ओलावृष्टि ने खड़ी फसल और कटी फसल को नुकसान पहुंचाया है। वहीं मंडी में टीन शेड के नीचे व्यापारियों का माल जमा है और किसान को मजबूरी में सड़क पर ढेर करने पड़ रहे। मंडी प्रशासन की ओर से फटे तिरपाल दिए जा रहे। किसान की उपज बारिश में नाली में बह रही और आंधी में उड़ रही। हालात नहीं सुधरे तो भारतीय किसान संघ मंडी प्रशासन का घेराव करेगा। आक्रोश व्याप्त करने में गिरिराज चौधरी, जिला अध्यक्ष आशीष मेहता, प्रांत प्रचार प्रमुख रूपनारायण यादव, जिला कोषाध्यक्ष आदि मौजूद रहे।