
कोटा। अखिल भारतीय किसान सभा एवं भारतीय किसान यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल ने सरसों, चना एवं गेहूँ की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ख़रीद चालू करने की माँग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन संभागीय आयुक्त को सौंपा।
किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा, जिला उपाध्यक्ष नंदलाल धाकड़, सचिव हंसराज चौधरी एवं भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष भगवती प्रसाद मीणा ने संभागीय आयुक्त को बताया कि चना का एमएसपी 5335 रुपए है जबकि भामाशाह मंडी में 4200-4300 रुपए क्विंटल बिक रहा है। किसानों को एक बोरी पर एक हज़ार रू का नुक़सान उठाना पड़ रहा है। सरसों का एमएसपी 5450 रुपए है जबकि मंडी में 5000 रुपए के आस-पास होने से एक बोरी पर पाँच सौ रुपए का नुक़सान हो रहा है। किसान नेताओं ने बताया कि कोटा संभाग की मंडियों में रोज़ाना लगभग पाँच करोड़ रुपए की लूट हो रही है। गेहूँ के भावों में भी भारी गिरावट आई है।
किसान संगठनों का आरोप है कि केन्द्र व राज्य सरकार की किसानों के प्रति संवेदनाहीनता के कारण किसानों की लूट हो रही है। किसान सभा के दुलीचंद बोरदा ने बताया की शीघ्र न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ख़रीद शुरू नहीं हुई तो सभी किसान संगठन मिलकर व्यापक आंदोलन करेंगें।
किसान संगठनों ने बेमौसम बरसात से नष्ट फसलों का समुचित बीमा क्लेम दिलाने के लिये मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उप जिला कलेक्टर को सौंपा। किसान नेताओं ने बताया की बीमा कंपनी के टोल फ्री नम्बर किसान के साथ एक छलावा है। यह नम्बर हमेशा जाम रहता है। इस करना ऑनलाइन शिकायत दर्ज नहीं होने के कारण अधिकांश किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिलता है। उप जिला कलेक्टर राजपाल सिंह ने तुरंत कृषि अधिकारी को निर्देश देकर ऑफलाइन शिकायत दर्ज करने को कहा।