
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा को दीपोत्सव से पहले 643 करोड़ रुपए से भी अधिक के विकास एवं सौंदर्यकरण के कार्यों की सौगात मिलेगी और इसके सूत्रधार रहेंगे नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 21 अक्टूबर को जयपुर से वर्चुली इन विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे। समारोह में श्री धारीवाल भी उपस्थित रहेंगे।
श्री धारीवाल ने आज बताया कि कोटा को कोचिंग के साथ पयर्टन सिटी बनाने, आवागमन की सुगमता, मूलभूत सुविधाओ में बढोत्तरी के लिये विकास कार्यो को हाथ में लिया गया था जो अब पूरे हो रहे है जिन्हे जनता को समर्पित किया जा रहे है। उन्होंने बताया कि कोटा को ट्रेफिक लाइट फ्री शहर बनाने एवं आवागमन की सुलभ सुविधा को आने वाले कई वर्षो तक उपलब्ध करवाने के उद्धेश्य से विकसित किए गए आठ फ्लाईओवर एवं अंडरपास का श्री गहलोत लोकापर्ण कर कोटावासियों को बडी सौगात देगे।
इसके साथ ही गुमानपुरा ओर जयपुर गोल्डन पर अत्याधुनिक विकसित पार्किग, चिकित्सा क्षेत्र में एमबीएस, जेके लोन अस्पताल के विस्तार के मेगा प्रोजेक्टस की सौगात भी हाडोतीवासियो को मिलने जा रही है।
कोटा शहर में विकसित किए गए आकर्षक चार चौराहो का भी श्री गहलोत लोकापर्ण करेंगे। इसके अलावा सौंद्र्यकरण के बाद अपने प्राचीन वैभव हासिल कर आकर्षण का केन्द्र बन रही कोटा राजकीय महाविधालय की ऐतिहासिक इमारत एवं निखरी रेलवे स्टेशन के पास की सुभाष लाइब्रेरी का लोकापर्ण करेगे चंबल शुद्विकरण की दिशा में बालिता में विकसित किए गए एसटीपी संयंत्र भी मिलने वाला है। इसके साथ ही 68 करोड की लागत से एमबीएस अस्पताल परिसर में 68 करोड की लागत से विकसित किए जा रहे डीलक्स वार्ड का शिलान्यास भी करेगे।
कोटा नगर विकास न्यास के अध्यक्ष ओपी बुनकर ने बताया कि विकास कार्यो के लोकापर्ण की तैयारियां पूर्ण की जा रही है । 21 अक्टूबर को जयपुर से सीएम अशोक गहलोत एवं नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल कोटा के विकास के 20 बडे प्रोजेक्टस का लोकापर्ण एवं एमबीएस अस्पताल में निर्मित किए जा रहे डीलक्स वार्ड का शिलान्यास वचुर्वल करेगे जिसका कोटा में यूडीआईटी ऑडिटोरियम में सुबह 11.30 बजे सीधा प्रसारण होगा
कोचिंग सिटी में, बाहर से आकर होस्टलो में रहने वाले छात्रों की सुख सुविधा तथा, निजी आवासों में किराये से रहने वाले छात्रों की सुरक्षा, आवारागर्दी करने वालों से बचाव तथा स्थानीय व्यापारियों द्वारा आर्थिक शोषण के मुद्दे प्रशासन के सामने समय समय पर उठाते जाते रहे हैं, और प्रशासन की ओर से दिशा निर्देश भी दिए गए हैं लेकिन नगर निगम और प्रशासन की ओर से मानिटरिंग के अभाव में समस्या फाइलों में दबकर रह जाती है इसके पीछे धनबल और ,रसूख वालों के चलते ढाक के तीन पात साबित हो रहे हैं।हाडा जी ने दूषित पेयजल का सटीक मुद्दा उठाया है , इस पर प्रशासन को कठोर कदम उठाने चाहिए.