
-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय 17 वां प्रवासी भारतीय दिवस 8 से 10 जनवरी तक मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित किया जा रहा है जिसमें राजस्थान कोटा से नेशनल युथ अवार्डी और अमेरिका की गांधियन सोसाइटी की इंडियन फेलो डॉ. निधि प्रजापति को आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर डॉ. निधि प्रजापति ने बताया कि पिछले 19 सालों से गाँधी जी के रचनात्मक और समाज उत्थान के सामाजिक कार्यों में संलग्न है उसे भारत सरकार द्वारा 17वें प्रवासी भारतीय दिवस पर आमंत्रित किया गया क्योंकि 9 जनवरी के दिन ही महात्मा गाँधी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से रंगभेद नीति के विरुद्ध सत्याग्रह और सफलता के पश्च्यात वापस भारत आये थे तथा प्रतिवर्ष देश के विकास में प्रवासी भारतवंशियों के योगदान को चिहिन्त करने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस 09 जनवरी को मनाया जाता है। डॉ. निधि प्रजापति ने बताया कि इस वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम कि थीम, प्रवासी अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार रखा गया है । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गुआना के राष्ट्रपति, साथ ही साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विदेश मंत्री एस जयशंकर, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्ष, दूतावासों के उच्च अधिकारी, विदेशों में निवासित प्रतिष्ठित भारतीय युवाओं के साथ-साथ 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सदस्य भी शामिल होंगे। जिसमें मुख्य रुप से गुआना के राष्ट्रपति और उनके 30 मेंबर, सूरीनाम के राष्ट्रपति, गबन के प्रधानमंत्री, बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री, पनामा के विदेश मंत्री परिषद के पांच मंत्री, अमेरिका जापान इजराइल कनाडा के काउंसलर जनरल, घना – मलावी के हाई कमिश्नर, थाईलैंड सिंगापुर के वाइस काउन्सलर के आने की उम्मीद है। प्रथम दिन के कार्यक्रम में देश के सभी राज्यों से चुनिंदा प्रतिष्ठित युवाओं के साथ भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों का योगदान, उनके साथ मैत्री संबंध को बढ़ावा देना, आधुनिक भारत की परिकल्पना को वैश्विक स्तर पर सार्थक बनाना, अमृत काल में 2047 का भारत कैसा हो? विषयों पर चर्चा करेंगे। दूसरे दिन आजादी का अमृत महोत्सव भारतीय – स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासी का योगदान एवं तीसरे दिन भारतीय कार्यबल को वैश्विक स्तर पर गतिशील एवं सक्षम करना विषय पर चर्चा होगी।ं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 26 देशों के 27 भारतीय प्रवासियों को प्रवासी पुरस्कार से सम्मानित करेंगी।