
-कोटा उत्तर से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल का आरोप है कि सरकार डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों से हो रही मौतों के आंकड़े छुपा रही है। सरकार को आंकड़े छुपाने से बजाए इन बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय करनी चाहिए ताकि आमजन राहत महसूस कर दो।
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने राज्य सरकार पर डेंगू के प्रकोप से भर्ती मरीजों की संख्या एवं इसकी वजह से हो रही मौतों के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया है।
श्री गुंजल ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि उनके भतीजे की डेंगू के कारण दो ही दिन की बुखार के बाद मृत्यु हो गई तो उन्होंने इसे विधाता की मर्जी मान कर स्वीकार कर लिया लेकिन इसके तत्काल बाद एक 19 वर्ष की कोचिंग छात्रा की भी डेंगू के कारण मौत हो गई जिससे पता चलता है कि कोटा में न केवल डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है बल्कि बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु भी हो रही है लेकिन सरकारी स्तर पर मरीजों की संख्या और मौतों के आंकड़े छुपाये जा रहे हैं।
श्री गुंजल ने कहा कि कोटा के निजी और सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती है और मरीज डेंगू की जांच के लिए लंबी प्रतीक्षा करने को मजबूर हैं। उन्होंने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई कि कोटा में डेंगू जैसी मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले चिकित्सा विभाग सहित नगर निगम अपनी जिम्मेदारियों से बेखबर बने हुए हैं। इसके नतीजन डेंगू का लगातार प्रकोप रहा है और सरकार बेखबर बनी हुई है।
श्री गुंजल ने आग्रह किया कि सरकार और उसके मंत्री अपनी जिम्मेदारी समझे और डेंगू सहित अन्य मौसमी बीमारियों के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए कारगर कदम उठाए। साथ ही डेंगू,मलेरिया के मच्छरों आदि के रोकथाम की जिम्मेदारी संभालने वाली सरकारी एजेंसियों को सक्रिय करें और पूरे कोटा शहर में दवाओं का छिड़काव करे। चिकित्सा दलों को बीमारी से पीड़ित लोगों के सर्वे के लिए टीम बनाकर लगाया जाए ताकि वस्तु की स्थिति सामने आ चुकी है और स्थिति के अनुरूप सरकार प्रभावी तरीके से कार्यवाही करें। सरकार को डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के आंकड़े छुपाने के बजाय इन बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय करने चाहिए ताकि आमजन राहत महसूस कर सकें।