-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। राजस्थान के कोटा शहर के पिकनिक और धार्मिक स्थल गेपरनाथ में दो युवकों की डूबने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान रवि मेहरा (20) और नैतिक (17) के तौर पर हुई है। कल रात अभय कमांड से नगर निगम गोताखोर टीम सदस्यों को सूचना प्राप्त हुई कि गेपरनाथ कुंड में दो लोगों के डूबने की आशंका है। देर रात होने के कारण वहां तलाशी अभियान नही चलाया जा सका। आज सुबह जल्दी गोताखोर रेस्क्यू टीम रवाना हुई और दो युवकों के शव लगभग 25 मिनट स्कूबा डाईविग कर 22 फिट नीचे से निकाले गए। घटना गेपरनाथ कुंड में डूबने की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस ने मृतक छात्रों के परिजनों को सूचना दे दी है। परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। दोनों छात्र कोटा में रहकर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे थे तथा जवाहर स्थित एक हॉस्टल में रहते थे। वहीं मृतकों का साथी छात्र मयंक मिश्रा मध्यप्रदेश के सागर का रहने वाला है। पुलिस इससे पूछताछ कर रही है। रवि मेहरा, नैतिक व उनका एक दोस्त मयंक मिश्रा गेपरनाथ महादेव गए थे। वहां कुण्ड में नहाते समय रवि और नैतिक गहरे पानी में चले गए और डूब गए। मयंक मिश्रा ने छात्रों के डूबने की जानकारी आसपास के लोगों को दी। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली।
कोटा में एक बार फिर पैंथर आने की दहशत
देर रात वन्य जीव के हमले से 3 लोग हुए घायल हो गए। घटना के बाद स्थानीय पार्षद और प्रिंसिपल ने नन्ता स्कूल को बन्द करा दिया। फिलहाल इलाके में पैंथर के मूवमेंट से दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने दी वन विभाग को सूचना दी है।
नकाबपोश 3 बदमाशों ने मुनीम से 3 लाख रुपए लूटे
हमले में घायल मुनीम कृष्ण मुरारी नागर को इटावा अस्पताल में भर्ती कराया है। मुनीम खातोली से पारेता ट्रेडिंग कंपनी का बाइक से 3 लाख रुपए लेकर इटावा आ रहा था। रास्ते में नकाबपोश लुटेरों ने चलती बाइक से उसे नीचे गिरा दिया और रुपए से भरा बैग लेकर फरार हो गए। थाना अधिकारी धनराज मीणा के अनुसार क्षेत्र में नाकाबंदी कर बदमाशों की तलाश की जा रही है।
गैपरनाथ कोटा का रमणीय पिकनिक स्थल है इसके कुण्ड की गहराई अत्यधिक होने से पर्यटकों की नहाने से, डूबने की घटनाएं, अक्सर होती रहती है लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण यह पिकनिक स्टांप हत्यारा हो गया है.जिम्मेदार अधिकारियों को कुण्ड की बैरीकेडिंग कर मोटी जारी से ढकना देना चाहिए ताकि कोई भी इस कुण्ड में नहाने का साहस नहीं कर सके . कोचिंग छात्रों की दर्दनाक मौत से प्रशासन का दिल पसीजना चाहिए .