
-दुष्यंत सिंह गहलोत-
कोटा। बूंदी जिले के केशवरायपाटन थाना क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में आने से एक किशोर की मौत हो गई। शिनाख्त नहीं होने से पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। दूसरे दिन मृतक के कपड़े व हाथ में नाम गुदा देखकर पहचान की। आज पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने परिजनों को शव सुपुर्द किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मृतक अंकुश (16) शंकर कॉलोनी, थाना केशोरायपाटन का रहने वाला था। वो शनिवार को रात 8 बजे करीब घर से निकला था। मृतक के चाचा एडवोकेट राम सिंह ने बताया कि अंकुश 2 भाई व 3 बहिनों में सबसे छोटा था। और 10 वीं कक्षा में पढ़ाई करता था। पिता ड्राइवर है। अंकुश बचपन से ही गुमसुम रहता था। और बिना बताए रिश्तेदारों के यहां चला जाता था। दो,तीन दिन में वापस लौट आता था। शनिवार को लगभग रात 8 बजे खाना खाकर घूमने निकला था। 3 किमी दूर पाटन चौराहे पर ट्रेन की चपेट में आ गया। रविवार दोपहर बाद पुलिस से अज्ञात किशोर के शव की शिनाख्त के लिए बुलाया। मोर्चरी पर आकर देखा तो अंकुश की लाश थी। उसके हाथ में । नाम अक्षर गुदा था।

केशवरायपाटन थाना के हेड कांस्टेबल तारिक अजीज ने बताया कि परसों स्टेशन से फोन के जरिए एक युवक के रन ओवर की सूचना मिली थी। जाकर देखा तो उसका सिर कुचला हुआ था। शिनाख्त नही होने पर शव को कोटा एमबीएस की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया। आज परिजनों ने शिनाख्त की है। मृतक मानसिक रूप से कमजोर था। ये सुसाइड है या एक्सीडेंट जांच के बाद ही पता लगेगा।

















