
-दुष्यन्त सिंह गहलोत-

कोटा। नगर निगम कोटा दक्षिण द्वारा निगम के योजनाकार क्षेत्र के भूखण्डों पर भूमाफिया द्वारा किए गए कब्जों पर निगम उपायुक्त राजेश डागा के नेतृत्व में कार्यवाही की गई। प्रथम तलवण्डी स्थित भूखण्ड सं. सी-364-ए पर माफिया द्वारा कब्जा करने की मंशा से विद्युत कनेक्शन करवाकर कब्जा किया जा रहा था। वर्ष 2018 में उक्त भूखण्ड निगम की नीलामी सूची में सम्मिलित था जिसकी नीलामी भी करवाई गई परन्तु तत्समय हरीश गुप्ता द्वारा न्यायालय में स्थायी निषेधाज्ञा एवं दावा प्रस्तुत कर स्टे प्राप्त कर लिया था। वर्तमान में भूखण्डों के सर्वे में ज्ञात हुआ कि उक्त भूखण्ड पर लम्बित वाद पर सम्बन्धित न्यायालय द्वारा भूखण्ड को नगर निगम स्वामित्व का मानते हुए वादी हरीश गुप्ता का वाद एवं निषेधाज्ञा दिनांक 17.11.2022 के निर्णय के माध्यम से खारिज कर दिया गया हैं। आज भूखण्ड सं. सी-364-ए तलवण्डी का विद्युत कनेक्शन को कटवाते हुए मौके पर भूखण्ड पर नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड लगवाया गया। इसके बाद तलवण्डी स्थित भूखण्ड सं. 299 पर जब दल पहुंचा उपायुक्त ने पाया कि हरीश गुप्ता, मुकेश गुप्ता द्वारा निगम के योजनाकार भूखण्ड पर जो कि निगम की नीलामी सूची में अंकित है साईज 40 ग 80 त्र 3200 वर्ग क्षेत्रफल पर दुकान के अन्दर मेस का संचालन किया जा रहा था। मेस संचालक ने लिखित बयान में निगम को बताया कि मुकेश गुप्ता द्वारा यह कहकर किराये पर दी गई थी कि उक्त दुकानें भूखण्ड मेरे स्वामित्व का है मैने भूखण्ड सं. 299 पर निर्मित दो दुकानें लगभग एक वर्ष पूर्व हरीश गुप्ता से 8000 रुपए प्रतिमाह किराये पर ली है। मेरी जानकारी में नही था कि उक्त सम्पत्ति नगर निगम की है उपायुक्त के बताने पर पता चला कि यह सम्पत्ति निगम की हैै। उक्त मेस व दुकानों को खाली कर निगम को सम्भलां दूंगी।
पास में ही उक्त भूखण्ड में ही तलवण्डी स्थित राहुल कबाडी को स्क्रेप के लिए गोदाम किराये पर दे रखा है एवं एक ही भूखण्ड पर 02 अवैध विद्युत कनेक्शन पाए गए जिस पर महिला मेस संचालक द्वारा उपायुक्त से मकान मालिक की बात करवाई गई इस पर उपायुक्त द्वारा तीन दिवस में उक्त स्थान खाली करने को कहा गया। जिस पर हरीश गुप्ता, मुकेश गुप्ता ने शीघ्र खाली करने का आश्वासन दिया। उपायुक्त ने कहा कि आज ही उक्त भूखण्ड पर कार्यवाही कर दी जाती परन्तु महिला मेस संचालक द्वारा प्रार्थना के आधार पर सात दिवस का समय मांगा गया जिस पर उपायुक्त द्वारा मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर महिला मेस संचालक को उक्त भूखण्ड पर निर्मित दुकानों को खाली करने के लिए तीन दिवस का समय दिया गया। इसके बाद दल द्वारा भूखण्ड सं. 516, 517-ए पर पहुंचा जहां पाया गया कि पडौसी द्वारा भूखण्ड सं. 517-ए पर निगम के भूखण्ड पर लोहे की जालियां लगाकर कब्जा किया गया। जिस पर डागा द्वारा चेतावनी देते हुए शीघ्र ही जाली हटवाने के लिए पडौसी को कहा गया। इस पर अतिक्रमी द्वारा स्वंय ही हटाने की कार्यवाही करने को कहा गया तथा दोनों भूखण्डों पर नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड मौके पर ही लगा दिया गया। इसके बाद महावीर नगर प्रथम में ही भूखण्ड सं. 528 व 530 पर भूमाफियों द्वारा भूखण्डों पर बाउण्ड्री करवाकर दरवाजा लगा हुआ पाया गया जिस पर ताला लगा हुआ था। मौके पर ही निगम दस्ते द्वारा उपायुक्त के आदेश पर ताला तोडते हुए निगम का ताला लगाया गया तथा दोनों भूखण्डों पर निगम सम्पत्ति के बोर्ड लगाए गए। इसके बाद महावीर नगर प्रथम में टीम द्वारा भूखण्ड सं. 333 का मौका देखा गया जिस पर पाया कि अतिक्रमी रामलाल गुर्जर द्वारा गाय भैसों का बाडा एवं टापरी का निर्माण कर कब्जा किया हुआ है। जिस पर दस्ते द्वारा चेतावनी देते हुए खाली करने को कहा गया। जिस पर अतिक्रमी द्वारा बताया गया कि इस पर कोर्ट का स्टे है। जिस पर उपायुक्त द्वारा कहा गया कि आपका स्टे कोर्ट द्वारा खारिज किया जा चुका है। आप तुरन्त ही इस भूखण्ड को खाली करे अन्यथा निगम द्वारा हटाने की कार्यवाही की जावेगी जिस पर अतिक्रमी द्वारा अतिक्रमण हटाने का आश्वासन दिया गया। जिस पर निगम द्वारा नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड लगा दिया गया। महावीर नगर प्रथम के बाद टीम इन्द्रा विहार स्थित भूखण्ड सं. एस-53-ए, एस-63-ए पर पहुंची। जहां पर पाया गया कि भूखण्ड सं. एस-53-ए पर कब्जा कर कैफे का संचालन किया जा रहा है जिस पर पडौसी द्वारा बंद कैफे के मालिक व अवैध कब्जा करने वाले से बात करवाई गई। अतिक्रमी द्वारा कहा गया कि पांच दिवस में स्वंय ही अतिक्रमण हटा लूंगा। जिस पर डागा द्वारा उक्त कैफे पर नगर निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड लगवाया । इसके बाद उपायुक्त द्वारा कोटा में कार्यरत के.ई.डी.एल. कम्पनी को नोटिस जारी करते हुए पूछा कि निगम के स्वामित्व के भूखण्डों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कैसे कनेक्शन जारी किया गया। साथ ही अवैध कनेक्शनों के दस्तावेज प्रस्तुत करने को लिखा गया। ऐसा नही करने पर बिजली कम्पनी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल लायी जावेगी। जिससे कि भूमाफियों के कब्जा करने की नियत पर अंकुश लग सके। उन्होंने बताया कि भूखण्डों पर भूमाफियों द्वारा किए गए कब्जों की निगम द्वारा सम्बन्धित थानों में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई जावेगी तथा कब्जा भूमाफियों के खिलाफ अभियान निगम द्वारा निरन्तर जारी रहेगा। उक्त कार्यवाही में उपायुक्त राजस्व दिनेश शर्मा, राजस्व अधिकारी विजय अग्निहोत्री, सहायक अभियन्ता तौसिफ खान, अतिक्रमण प्रभारी मुकेश तंवर, मुकेश शर्मा, ललित सिंह, रियाजुद्दीन, जलील अहमद व होमगार्ड दस्ता मौके पर मौजूद रहे।
कोटा नगर निगम दक्षिण के कीमती भूखण्डों में अतिक्रमण होता है निगम कर्मचारियों की अनदेखी से, जिम्मेदारों के खिलाफ निगम को एक्शन लेना चाहिए