-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। दीगोद थाना क्षेत्र में पुताई करते समय हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक 46 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। जगदीश कराड पुत्र शंकरलाल सुल्तानपुर भंवरा चौराहा तहसील दीगोद जिला कोटा का रहने वाला था। पुलिस के अनुसार कोटवा गांव में निर्माणाधीन मकान पर पुताई के दौरान लोहे की सीढ़ी मकान के ऊपर से निकल रही 11 केवी हाई टेंशन लाइन से टकरा गई जिससे जगदीश कराड, महावीर कराड व कुलदीप मेहरा करंट की चपेट में आ गए।
तीनों बेहोश हो गए। घटना की जानकारी पर घायलों को तुरंत कोटा के एमबीएस अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद जगदीश कराड को मृत घोषित कर दिया जबकि महावीर कराड व कुलदीप मेहरा का उपचार एमबीएस अस्पताल में चल रहा है। दीगोद थाना पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया गया है पुलिस जांच कर दिए
ऑटो चालक से की मारपीट
कोटा ग्रामीण सुकेत थाना क्षेत्र में एक ओटो चालक युवक की ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी। घायल युवक मारूफ पुत्र रफीक मोहम्मद निवासी सुकेत को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुकेत थाना पुलिस के अनुसार घायल युवक मारूफ ऑटो चालक का काम करता है जो रविवार रात को अपने एक साथी तौफीक के साथ ऑटो से जा रहा था। रास्ते में एक शराबी युवक ऑटो की चपेट में आ गया। ऑटो चालक घायल शराबी को लेकर उसके घर पहुंचा जहां पर ग्रामीणों ने दोनों युवकों की लाठियों वह लात घुसा से मारपीट कर दी। घटना की जानकारी पर घायल युवक को झालावाड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां गंभीर हालत होने से उसे एमबीएस अस्पताल रेफर किया गया। पीड़ित युवक की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है
चंबल में मिली बच्ची की लाश
कोटा के रेलवे कॉलोनी इलाके में एक 6 साल की बच्ची की लाश चंबल में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि बच्ची की मौत कुछ दिन पहले हो गई थी जिसे परिवार वालों ने ही परंपरा के अनुसार चंबल में बहा दिया था। घरवालों के अनुसार उनके परिवार में जलदाह की परंपरा निभाई जाती है। मामले के अनुसार रेलवे कॉलोनी थाना इलाके में चंबल में एक बच्ची की लाश मिली होने की सूचना मिली थी। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम रूम में रखवा कर पड़ताल शुरू की। बच्चे के शरीर पर पट्टी व अन्य निशान देखकर पता चला कि उसका इलाज हुआ था ऐसे में जेके लोन अस्पताल में जब पुलिस ने पता किया तो सामने आया कि इस बच्ची की 23 दिसंबर को मौत हो गई थी। रिकॉर्ड निकलवा कर परिजनों को बुलाया गया। तब जाकर पता लगा कि परिजनों ने ही बच्ची के शव को चंबल में प्रवाहित किया था।