
-दुष्यंत सिंह गहलोत-
कोटा। ग्रामीण सीमलिया थाने द्वारा तीन शिशुओं को बाल कल्याण समिति रोस्टर सदस्य मधुबाला शर्मा के समक्ष पेश किया गया। उसमें एक 3 माह की बच्ची शिशु, एक डेढ़ साल का शिशु बालक और एक 3 साल का शिशु है। तीनों शिशु को मधु शर्मा द्वारा शिशु ग्ृह मे अस्थाई आश्रय दिया गया। सीडब्ल्यूसी मधु शर्मा ने बताया कि तीनों शिशुओं के पिता को किसी प्रकरण के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया है।
पिता जेल में है माता शाम को 6 बजे तीनों शिशुओं को लेकर थाने पहुंची वहां हंगामा किया। बच्चों के पिता को छोड़ने पर दबाव बना रही थी। पुलिस द्वारा माता के साथ काफी समझाइश की गई उसके बाद माता तीनों शिशुओं को थाने के दरवाजे पर छोड़कर रफूचक्कर हो गई। तीनों शिशुओं के रोने की आवाज आने पर पुलिस वालों द्वारा देखा गया उसके बाद बच्चों की माताओं को ढूंढा गया। लेकिन बच्चों की माता कहीं नहीं मिली। ऐसी तेज सर्दी में दूध मुंह 3 महीने की बच्ची को छोड़कर मां चली गई। तीनों बच्चों की देखरेख पुलिस द्वारा की गई उन्हें सर्दी के कपड़े पहनाए गए। खाने पीने की व्यवस्था की। रात को 11 बजे तक मां नहीं मिलने पर सिमलिया अधिकारी द्वारा फोन पर बाल कल्याण समिति की रोस्टर सदस्य मधुबाला शर्मा से बातचीत की गई।
मधु शर्मा ने कहा कि बच्चों को संरक्षण की आवश्यकता है। मधु शर्मा ने बताया की जब तक मां नहीं मिलती और आगे की कार्रवाई पूर्ण नहीं होती जब तक बच्चों को शिशु गृह में रखा जाएगा। मधु शर्मा द्वारा शिशु गृह में संरक्षण दिया गया। तीनों शिशु काफी रो रहे थे।