
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा में नगर निगम की गोशालाओं में रखी गई गायों को लंपी वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए अब एलोपैथी की दवाओं के साथ आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने की तैयारी है। इस बीच कोटा में किशोरपुरा स्थित गोशाला में रखी गई लंपी संक्रमित गायों की हालत में सुधार देखा गया है।

कोटा में किशोरपुरा की गोशाला में लंपी वायरस से संक्रमित करीब 20 गायों में से इलाज के कारण उनकी हालत में सुधार के बाद चार गायों को अब एक अन्य बाड़े में रखा गया है ताकि वे अभी भी संक्रमित गायों से दूर रह सके। वहां आज पशु चिकित्सकों की देखरेख में इन गायों को गॉट पॉक्स के टीके लगाए गए।
गोमूत्र को ही आधार बनाकर तैयार किया काढ़ा
कोटा नगर निगम (दक्षिण) की गोशाला समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू ने बताया कि आयुर्वेदिक औषधियों के जानकार कुछ गो सेवक वैद्यों ने आज किशोरपुरा गोशाला का दौरा किया और वहां रखी गई लंपी संक्रमित गायों का मुआयना करने के बाद आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने की सलाह दी जो गोमूत्र को ही आधार बनाकर तैयार किया गया है। वह अपने साथ अजवाइन आदि से निर्मित काढ़े के कुछ नमूने प्रयोग के लिए गोशाला समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह को भी सौंप कर गए हैं और सलाह दी है कि लंपी संक्रमित गायों का तापमान आमतौर पर रहने वाले शरीर के सामान्य तापमान के आसपास आए तो यह काढ़ा पिलाया जा सकता है। जिसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है।
गाय के बुखार का रिकॉर्ड रखा जाएगा
जितेंद्र सिंह ने बताया कि वेटनरी चिकित्सकों और आयुर्वेद के जानकारों की सलाह पर आज से लंपी वायरस संक्रमित गाय के बुखार का रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके लिए यह व्यवस्था की गई है कि गोशाला के कर्मचारी समयबद्ध तरीके संक्रमित गायों का तापमान लेंगे और उसका एक रजिस्टर में इंद्राज किया जाएगा ताकि संक्रमित गायों की शारीरिक अवस्था की निगरानी रखी जा सके। साथ ही आयुर्वेदिक चिकित्सकों की देखरेख में संक्रमित गायों को काढ़ा पिलाने की आज से व्यवस्था की जा रही है।
दो और एंबुलेंस की व्यवस्था करने के लिए पत्र भेजा
गोशाला समिति अध्यक्ष ने कोटा नगर निगम प्रशासन से उम्मेदगंज में नगर निगम (उत्तर) की नवनिर्मित गोशाला में लंपी वायरस से संक्रमित गायों के रखे जाने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है ताकि किशोरपुरा गोशाला की स्वस्थ गायों को इस संक्रामक रोग के संक्रमण से बचाया जा सके। जितेंद्र सिंह ने कहा कि कायन हाउस के कर्मचारियों द्वारा कोटा शहर के विभिन्न हिस्सों में बेसहारा छोड़े जाने के बाद पकड़ी गई गायों में से चिकित्सीय जांच के उपरांत लंपी वायरस से संक्रमित पाए जाने वाली गायों को सीधे उम्मेदगंज गोशाला में भिजवाने की व्यवस्था करनी जानी चाहिए। जितेंद्र सिंह ने कहा कि कोटा शहर में बीमार मवेशियों को लाने के लिए दोनों नगर निगम के पास एक-एक एंबूलेंस है जो अव्वल तो शहरी सीमाओं के विस्तार को देखते हुए पहले ही अपर्याप्त थी, लेकिन पिछले तान दिन से कोटा नगर निगम (उत्तर) की इकलौती एंबूलेंस भी खराब है और बीमार मवेशियों को लाने का सारा दारोमदार कोटा नगर निगम (दक्षिण) की एकमात्र एंबुलेंस पर है जितेंद्र सिंह नेगोशाला समिति अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद महापौर और निगमायुक्त को दो और एंबुलेंस की व्यवस्था करने के लिए पत्र भेजा था जिस पर कार्यवाही की अब तक प्रतीक्षा है।