
-महंगाई व बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ कोटा कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया
कोटा। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ज़िला सचिव एवं किसान नेता दुलीचंद बोरदा के नेतृत्व में मज़दूर-किसान, कच्ची बस्ती निवासी दर्जनों महिलाओं ने सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट गेट को जाम कर आयोजित सभा को दुलीचंद बोरदा, जे०के० श्रमिकों के नेता हबीब ख़ान, माकपा के शहर सचिव कामरेड उमाशंकर, किसान नेता हँसराज चौधरी, महिला समिति ज़िला अध्यक्ष रजनी शर्मा ने संबोधित किया और कोटा शहर की समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। रैली में सीटू ज़िला अध्यक्ष राकेश गालव, रवींद्र सिंह, नागेंद्र कुमावत, कालीचरण, आदित्य देव लटूरलाल, गोपाल शर्मा, योगेश चन्द्र, बद्रीलाल सेन, चतुर्भुज पहाड़िया,पुष्पा यादव आदि ने प्रमुख रूप से शिरकत की।
माकपा के राज्य व्यापी संघर्ष के आह्वान पर कोटा में हुये प्रदर्शन एवं सभा के बाद राज्य के मुख्यमंत्री के नाम 19 सूत्रीय माँगपत्र कोटा कलेक्टर को सौंपा। ज्ञापन में बिजली पानी की हाल ही बढ़ाये शुल्क और निजीकरण के कदम को वापस लेने की माँग रखी है। प्रधानमंत्री द्वारा चुनाव के दौरान किये वादे को याद दिलाते हुए डीजल व पेट्रोल पर लगाये वेट को कम कर इनके दाम पड़ौसी राज्य हरियाणा के बराबर करने की माँग रखी। ज्ञापन में प्रमुख रूप से जे०के०/अराफात कारख़ाने के हज़ारों श्रमिकों के बकाया देने और इस ज़मीन पर नये उद्योग खोल कर हज़ारों युवाओं को रोज़गार देने का मुद्दा उठाया। ज्ञापन में भामाशाह मंडी का विस्तार करने,, आँवली-रोज़डी में पेयजल,सड़क व बिजली की व्यवस्था करने,
निर्माण श्रमिकों की शुभशक्ति,छात्रवृत्ति व अन्य सुविधाएँ देने, ज़िले में हज़ारों की संख्या में विभिन्न संस्थाओं में ठेके व संविधा पर कार्यरत श्रमिकों को नियमित कर कम से कम 26000/- रू मासिक देने, आदिवादियों को पट्टे देने, ज़मीन नीलामी पर रोक लगाने एवं सोयाबीन,उड़द व मक्का की एमएसपी पर ख़रीद करने की पक्की व्यवस्था करने की माँग रखी है।