
कोटा। शहर के युवाओं का रक्तदान को लेकर खासा रुझान देखने को मिल रहा है। युवा अब स्वयं ही ब्लड बैंक में जाकर स्वैच्छिक रक्तदान कर लोगों की जान बचाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। रविवार को 33 वर्षीय युवा विमल आजाद ने 100 वीं बार रक्तदान कर युवाओं को अधिक से अधिक रक्तदान करने के लिए जागरूक किया। विमल आजाद ने बताया कि उन्होंने 50 बार रक्तदान व 50 बार एसडीपी डोनेट की है। जब भी ब्लड बैंक से किसी को एसडीपी की आवश्यकता होती है तो वह तुरंत पहुंच कर उस मरीज की सहायता करते हैं। उनका मानना है कि 100 साल होने पर लोग सोने की सीढ़ी चढ़ते हैं उन्होंने 33 साल की आयु में ही 100 बार रक्तदान कर सोने के सीढ़ी चढ़ने जितना पुण्य कमा लिया है।