
-द ओपिनियन डेस्क-
मौजूदा विधानसभा में स्थिति
-कुल सीटें 68
भाजपा–44
कंग्रेस –21
अन्य 03
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चुनाव कार्यक्रम
अधिसूचना: 17 अक्टूबर
नामांकन की आखिरी तारीख: 25 अक्टूबर
नामांकन की जांच: 27 अक्टूबर
नाम वापसीः 29 अक्टूबर
मतदानः 12 नवंबर
मतगणना: आठ दिसंबर
– मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल खत्म होगा
आठ जनवरी 2023 को
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राज्य में आरक्षित सीटें
अनुसूचित जाति–17
अनुसूचित जनजाति- 03
हिमाचल प्रदेश में चुनावों का बिगुल बज चुका है। राज्य में 12 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा और नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। पहले कयास यही लगाए जा रहे थे कि गुजरात व हिमाचल के चुनाव की घोषणा साथ साथ होगी। लेकिन चुनाव आयोग ने पहले हिमाचल प्रदेश में चुनााव कराने का फैसला किया है। सूत्रों का कहना है कि हिमाचल में दिसंबर में बर्फबारी शुरू हो जाती है। उसके बाद उस दुर्गम इलाके मं सुदूर गांवों में आना जाना मुश्किल हो जाता है।इसलिए आयोग ने वहां चुनाव पहले करने का फैसला किया है। हालंांकि कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आयोग के इस फैसले पर यह कहते हुए तंज कसा कि प्रधानमंत्री मोदी को कुछ और वादे करने का समय मिल जाएगा।
हिमाचल प्रदेश में अभी तक कांग्रेस व भाजपा के बीच चुनावी संघर्ष होता आया है लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने भी यहां चुनावी दस्तक दे रखी हैै। पार्टी काफी सक्रिय है। यहां पर भी उसने चुनावी वादों के साथ दस्तक दी है। जिनमें मुफ्त बिजली, अच्छी शिक्षा व चिकित्सा सुविधाओं की बातें सबसे प्रमुख हैं। आप अपनी चुनावी बिसात बिछाने में लगी हैं। उसके नेता अरविंद केजरीवाल हिमाचल का दौरा करते रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री मान भी वहां का दौरा कर चुके हैं। आप को उम्मीद है कि पंजाब का पडोसी राज्य होने के नाते आप को पंजाब में मिली सफलता का कुछ फायदा यहां भी मिलेगा। इसलिए कहा जा सकता है कि इस बार हिमाचल में भाजपा व कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर नहीं। इसमें एक कोण आप का भी होगा।
चुनावों का बिगुल भले ही अब बजा है, लेकिन वे चुनावी मोड में काफी समय से सक्रिय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल में राज्य के दौरे कर चुके हैं। गत दिनों वे कुल्लू के दशहरा मेला में पहुंचे और वंदे भारत एक्सप्रेस टेन को हरी झंडी दिखाई और रैली को भी संबोधित किया। प्रदेश को कई परियोजनाओं की सौगात दी। पीएम मोदी के अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अनुराग ठाकुर काफी समय से राज्य में सक्रियता बनाए हुए हैं।
कांग्रेस करेगी वापसी या भाजपा होगी रिपीट
हिमाचल में 68 सीटें हैं और वर्तमान भाजपा सत्ता में है। हिमाचल में लंबे समय तक कांग्रेस सत्तारूढ रही लेकिन पिछले कुछ चुनावों से हाल यह है कि एक बार कांग्र्रेस एक बार भाजपा सत्ता में आती रही है। ऐसा ही कुछ उत्तराखंड में हो रहा था। लेकिन भाजपा इस साल के शुरू में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में यह मिथक तोड दिया और राज्य में वापसी की। चुनावों की घोषणा के साथ ही राजनीतिक क्षेत्रों के यह कयास शुरू हो गए हैं कि भाजपा वापसी करेगी या कांग्रेस सत्ता संभालेगी। राजनीतिक पंडित अपने अपने आकलन कर निष्कर्ष निकाल रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 68 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 44 सीटें जीतकर भारी बहुमत से सत्ता में आई थी। कांग्रेस को महज 21 सीटें मिली थी। लेकिन अब देखना है कि कांग्रेस, भाजपा व आम आदमी पार्टी किस तरह से चुनावी लडाई को आगे बढाते हैं। कांग्रेस के पास अस बार वीरभ्रद सिंह जैसे प्रभावशाली नेता नहीं है। हालांकि राज्य में पार्टी की बागडोर वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के साथ में है।

















