राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा में अक्सर यह कहते हुए भी सुनाई देते थे कि राज नेताओं को अपने बंगलों का त्याग कर देश की आम जनता के बीच जाना चाहिए और जनता से सीधे संवाद करना चाहिए की जनता की परेशानियां क्या है ! राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में जो कहा था, उसे सरकारी बंगला खाली करने के बाद राहुल गांधी स्वयं जमीन पर उतार रहे हैं और उन्होंने सरकारी बंगला खाली कर देश को अपना घर बना लिया है और वह जनता के बीच जाकर जनता से सीधे संवाद करने में जुट गए हैं !
-देवेंद्र यादव-

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद की सदस्यता जाने के बाद, केंद्र सरकार के आदेश का पालन करते हुए, दिल्ली स्थित अपना सरकारी बंगला तय समय पर खाली कर, राहुल गांधी ने सारे देश को अपना घर बना लिया ?
क्योंकि राहुल गांधी के पास अपना निजी घर नहीं है यह बात राहुल गांधी ने स्वयं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अधिवेशन में कही थी।
इसलिए सवाल उठता है कि क्या राहुल गांधी ने सारे देश को अपना घर बना लिया है, और देश की जनता राहुल गांधी का परिवार है? बंगला खाली करने के आदेश के बाद राहुल गांधी को पुरानी दिल्ली और कर्नाटक में फुटपाथ पर भेलपुरी शरबत और आइसक्रीम खाते हुए देखा गया।
राहुल गांधी ने सरकारी आदेश पर निर्धारित समय में अपना सरकारी आवास खाली कर, देश के उन नेताओं को भी एक संदेश दिया है जो नेता सांसद नहीं होने के बाद भी लंबे समय से सरकारी आवास में रह रहे हैं राहुल गांधी ने अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया बल्कि तय समय पर अपना बंगला खाली करके एक मिसाल कायम की जिसकी देश भर में प्रशंसा हो रही है राहुल गांधी केंद्र की भाजपा सरकार के सामने बंगले को लेकर गिड़गिड़ाय नहीं और ना ही अपने सिद्धांतों से किसी भी प्रकार का समझौता किया, राहुल गांधी की यही बात देश के लोगों को भा रही है !और राहुल गांधी की प्रशंसा हो रही है, कि वह अन्य नेताओं की तरह भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सामने गिर गिर आए नहीं और ना ही उन्होंने अपने सिद्धांतों से समझौता किया ?
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर नजर डालें तो, ऐसा लगता है जैसे राहुल गांधी को अपने भविष्य के बारे में पहले से पता था, कि 1 दिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार उनसे सरकारी आवास को खाली करवाएगी ? शायद इसीलिए राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दरमियान 5 महीने तक पांच सितारा होटलों का त्याग कर साधारण कंटेनर ओं में गुजारे और आम जनता के साथ बैठकर खाना खाया !
राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा में अक्सर यह कहते हुए भी सुनाई देते थे कि राज नेताओं को अपने बंगलों का त्याग कर देश की आम जनता के बीच जाना चाहिए और जनता से सीधे संवाद करना चाहिए की जनता की परेशानियां क्या है।
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में जो कहा था, उसे सरकारी बंगला खाली करने के बाद राहुल गांधी स्वयं जमीन पर उतार रहे हैं और उन्होंने सरकारी बंगला खाली कर देश को अपना घर बना लिया है और वह जनता के बीच जाकर जनता से सीधे संवाद करने में जुट गए हैं।
राहुल गांधी अपना सरकारी बंगला खाली करने के बाद पहली बार कर्नाटक पहुंचे जहां उनके स्वागत में जनसैलाब उमड़ पड़ा ऐसा लगा जैसे सारा कर्नाटक कह रहा है कि हमारा दिल राहुल का घर है।
भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी को तपस्वी कहा था, राहुल गांधी की भारत छोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की तपस्या में निखार आ रहा है, राहुल गांधी कर्नाटक की जनता को ऐसे संबोधित कर रहे हैं जैसे राहुल गांधी एक संत हैं और वह तपस्या करने के लिए निकले हैं, कर्नाटक की जनता राहुल गांधी को संत की तरह समझ कर मंत्रमुग्ध होकर सुन रही है।
राहुल गांधी देश के बेरोजगार युवाओं महिलाओं व्यापारियों और देश की आम जनता के उज्जवल भविष्य को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और जनता से सीधे संवाद कर रहे हैं।
विभिन्न समस्याओं से ग्रसित जनता भी राहुल गांधी की बातों को धैर्य से सुन रही है और अपने उज्जवल भविष्य को लेकर, राहुल गांधी के रूप में आशा की किरण देख रही है ?
देवेंद्र यादव, कोटा राजस्थान
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)