
-कृष्ण बलदेव हाडा-

कोटा। पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल में कोटा और शहर के मध्य में स्थित ड़कनिया रेलवे स्टेशन का 360.83 करोड़ रुपए खर्च करके अंतरराष्ट्रीय मानकों की पालना करते हुए उनके अनुरूप यात्रियों की सुविधाओं के लिए पुनर्विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।
कोटा मंडल के डकनिया स्टेशन के पुनर्निर्माण पुनर्विकास का काम अगले दो साल में अक्टूबर, 2024 तक जबकि कोटा स्टेशन के पुनर्विकास का काम 30 महीनों में अप्रैल 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे ने देश के 199 रेलवे स्टेशनों का अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों पर आधारित यात्री सुविधाएं जुटाने के लिए पुनर्विकास का बीड़ा उठाया है, जिनमें पश्चिमी-मध्य रेलवे में कोटा मंडल के कोटा एवं ड़कनिया रेलवे स्टेशन भी शामिल किए गए हैं। इनमें से कई रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के कार्यों के लिए निविदाएं जारी हो चुकी है जबकि कुछ स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान बनाने और डिजाइनिंग का काम चल रहा है। देश भर में इन 199 स्टेशनों में से वर्तमान में 32 स्टेशनों पर
इन दिनों द्रुतगति से पुनर्विकास का काम किया जा रहा है।पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि पुनर्विकास कार्यों के तहत मुख्य लक्ष्य यात्रियों के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सुविधाएं जुटाना, रेलवे प्लेटफार्म के विकास के कामों को प्राथमिकता में शामिल किया गया है।

श्री मालवीय ने बताया कि पुनर्विकास कार्य के तहत कोटा स्टेशन पर 228.83 करोड़ रुपए से जिन सुविधाओं का विकास किया जाना है, उनमें दो आगमन ब्लॉक, एक प्रस्थान ब्लॉक का निर्माण करवाया जाएगा। सर्कुलेटिंग एरिया, उसमें पैदल चलने के रास्ते, पार्किंग सुविधाओं का विस्तार होगा। 8 लिफ़्ट एवं 14 एस्केलेटर लगाना प्रस्तावित किया गया है।
श्री मालवीय ने बताया कि इसी तरह अन्य सुविधाओं के अलावा डकनिया रेलवे स्टेशन पर 132 करोड रुपए की लागत से करवाए जाने वाले पुनर्विकास कार्यों में फ्रंट साइड स्टेशन भवन का निर्माण, भूतल पर प्रस्थान-आगमन ब्लॉक, 8 लिफ़्ट, 9 एस्केलेटर, सौर ऊर्जा संयंत्र, यात्री प्रतीक्षालय, वीआईपी लाउंज, 3 रिटायरिंग रूम, डॉरमेट्री, भोजनशाला, बजट होटल, शिशु आहार कक्ष आदि शामिल हैं। दोनों स्टेशनों पर गतिविधियों की निगरानी के लिए व्यापक पैमाने पर सीसीटीवी प्रणाली स्थापित की जाएगी। दोनों ही स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए बेहतर कोच इंडिकेशन और ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड की व्यवस्था का प्रावधान किया गया है।