महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में एनसीपी से आए मंत्रियों को विभाग आवंटित
मुंबई। महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए एनसीपी के सभी नौ मंत्रियों को प्रमुख विभाग आवंटित किए गए हैं। मंत्रिमंडल में आज 14 जुलाई को फेरबदल किया गया। एनसीपी में दो फाड कराने वाले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को वित्त और योजना विभाग आवंटित किया गया है। छगन भुजबल को अन्न नागरिक आपूर्ति, दिलीप वलसे पाटील को सहकारिता और हसन मुश्रीफ को वैद्यकीय शिक्षण विभाग मिला है। इसके अलावा धर्मराव बाबा अत्राम को अन्न और औषधि प्रशासन, अदिति तटकरे को महिला एवं बाल विकास, संजय बनसोड़े को खेल एवं युवा मंत्रालय और धनंजय मुंडे को कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। वहीं अनिल पाटील को मदद पुनर्वासन के साथ आपदा व्यवस्थापन विभाग सौंपा गया है।
सीएम शिंदे के पास सामान्य प्रशासन शहरी विकास, परिवहन विभाग, सामाजिक न्याय, जलवायु परिवर्तन और खनन विभाग की जिम्मेदारी है। इसके अलावा वह सूचना एवं प्रौद्योगिकी सहित सूचना और जनसंपर्क मंत्रालय भी संभाल रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह, कानून और न्याय विभाग की जिम्मेदारी है। इसके अलावा फडणवीस के पास जल संसाधन, लाभ क्षेत्र विकास ऊर्जा और शाही शिष्टाचार विभाग भी है।
शिंदे गुट से अजित पवार ग्रुप के खाते में तीन मंत्रालय चले गए हैं। ये विभाग कृषि, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, राहत और पुनर्वास है। विभागों के बंटवारे में भाजपा को छह मंत्रालय गंवाने पड़े हैं। इसमें वित्त, सहयोग, चिकित्सा शिक्षा, खाद्य नागरिक आपूर्ति, खेल और महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय है।
उल्लेखनीय है कि शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी दो जुलाई को विभाजित हो गई क्योंकि उनके भतीजे अजित पवार और लगभग तीन दर्जन विधायक सत्तारूढ़ शिवसेना-बीजेपी गठबंधन में शामिल हो गए। इस दौरान अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री और आठ अन्य एनसीपी नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। शिवसेना वास्तव में जून 2022 में पवार को वित्त मिलने से चिंतित थी। जब शिंदे गुट ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह किया और महा विकास अघाड़ी सरकार को गिरा दिया तब एनसीपी नेता अजित पवार की कार्यशैली को एक कारण बताया था।