
जम्मू। गृहमंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान से किसी भी तरह की बातचीत से दो टूक इंकार कर दिया हैं। केन्द्र शासित प्रदेश के तीन दौरे पर बारामूला में जन सभा को संबोधित करते हुए शाह ने निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान से बातचीत का सुझाव वह तीन परिवार दे रहे हैं जिन्होंने 70 साल तक जम्मू कश्मीर में सत्ता सुख भोगा है।
शाह ने यह भी घोषणा की कि जैसे ही चुनाव आयोग मतदाता सूची के संशोधन की प्रक्रिया पूरी करेगा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के चुनाव कराए जाएंगे।
शाह ने कहा कि कुछ लोग मुझे सुझाव दे रहे हैं कि पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। यह सुझाव वो लोग दे रहे हैं जिन्होंने यहां सत्तर साल शासन किया है। “लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि मैं पाकिस्तान से बात नहीं करना चाहता। मैं बारामूला के गुर्जरों और पहाड़ियों से बात करूंगा। मैं कश्मीर के युवाओं से बात करूंगा। उन्होंने (पाकिस्तान ने) यहां आतंकवाद फैलाया है। उन्होंने कश्मीर के लिए क्या अच्छा किया है जो उनसे बात की जाए।
रैली के लिए बारामूला में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इसमें 10,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। जिनमें से अधिकांश तंगधार, उरी और बांदीपुर के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग थे। बारामूला के आसपास सुरक्षा के कई स्तर बनाए गए थे और कार्यक्रम स्थल से लगभग 10 किलोमीटर दूर संग्रामा से शहर की ओर यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया था।

















