
-खेल मंत्रालय ने कुश्ती संध से जवाब मांगा, लेकिन पहलवान संतुष्ट नहीं
-कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे पहलवान
–बृजभूषण सिहं इस्तीफा दे सकते हैं
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने उन लोगों के इस्तीफे लेने में देरी की वजह पर सवाल उठाया जिन पर नामी पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने पूछा है कि क्या सरकार ने खेलों का यही अच्छा माहौल तैयार किया है।
स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने बुधवार को आरोप लगाया था कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं। इस आरोप को खेल प्रशासक सिंह ने सिरे से खारिज कर दिया।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विट में कहा कि हमारे खिलाड़ी देश का गौरव हैं। वे विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष पर शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं और उनकी आवाज सुनी जानी चाहिए।

कांग्रेस के प्रभारी महासचिव संचार जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि बेटियों पर अत्याचार करने वाले भाजपा नेताओं की सूची अंतहीन है। प्रधानमंत्री जी कृपया जवाब दें क्या बेटी बचाओ भाजपा नेताओं से बेटियों को बचाने की चेतावनी थी। रमेश ने यह भी कहा कि कल आपने कहा था कि देश में खेलों के लिए बेहतर माहौल बना है। क्या यही बेहतर माहौल है जिसमें देश का नाम रोशन करने वाली बेटियां भी सुरक्षित नहीं हैं।
विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ दिल्ली के जंतर.मंतर पर धरने पर बैठे हैं। संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कई कोच के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगे। इसके बाद दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ। अब खेल मंत्रालय ने इस मामले में भारतीय कुश्ती संघ से जवाब मांग लिया है।
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा है कि अगर शुक्रवार 20 जनवरी तक फेडरेशन को बर्खास्त नहीं किया जाता है तो हम कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे। साथ ही जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता है तब तक धरने पर बैठे रहेंगे।
उधर, खेल मंत्रालय से बैठक के बाद बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। पहलवानों ने कहा कि वह कुश्ती संघ के अध्यक्ष का इस्तीफा लेकर रहेंगे। पहलवानों ने यह भी साफ कर दिया कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक धरना जारी रहेगा। वे आश्वासन से खुश नहीं हैं। उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। वह ठोस कार्रवाई चाहते हैं। वह इस बात की उम्मीद में बैठे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा। पूरे कुश्ती संघ को भंग करना चाहिए। जब तक संघ को भंग नहीं किया जाएगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।
भारतीय कुश्ती महासंघ की कार्यकारी समिति और वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 22 जनवरी को यूपी के अयोध्या में होगी। बैठक में महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह हिस्सा लेंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बृजभूषण सिहं इस बैठक में इस्तीफा दे सकते हैं।