-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान की कोचिंग सिटी कहे जाने वाले कोटा शहर में आज एक ही दिन में तीन कोचिंग छात्रों के आत्महत्या करने का गंभीर दुर्भाग्यपूर्ण मामला सामने आया है। इनमें से दो छात्र तो एक ही राज्य के थे और एक ही हॉस्टल में पास-पास के कमरों में रह रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक हॉस्टल में रहकर मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट की कोचिंग ले रहा छात्र अंकुश यादव आज दोपहर 12 बजे तक भी जब अपने कमरे से बाहर नहीं निकला व उसके साथ के छात्रों के एक बार-बार खटखटाने के बावजूद उसने दरवाजा नहीं खोला तो शक होने पर छात्रों ने हॉस्टल संचालक को सूचना दी। हॉस्टल संचालक ने मौके पर पहुंचकर जैसे-तैसे कमरे का दरवाजा खोला तो छात्र अंकुश यादव कमरे की छत पर फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला वह बिहार के सुपौल का रहने वाला था।
इसी घटना को लेकर जब हॉस्टल में अफरा-तफरी का सा माहौल था, तभी मृत छात्र अंकुश यादव के बिल्कुल बगल के कमरे में रहने वाला बिहार के ही गया जिले के छात्र उज्जवल कुमार की बहन हॉस्टल में पहुंची और जब उसने देखा कि इस अफरा-तफरी के माहौल में भी उसका भाई उज्जवल कुमार कमरे से बाहर नहीं निकला है तो उसे कुछ संदेह हुआ। उसने यह बात हॉस्टल संचालक को बताई तो तब तक वहां पहुंच गई पुलिस ने उस छात्र के कमरे का दरवाजा खोला तो हो वह भी अपने कमरे की छत पर फांसी के फंदे से लटका मिला।
एक ही दिन में एक ही हॉस्टल में एक ही राज्य के दो छात्रों के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना से इस हॉस्टल में ही नहीं बल्कि आसपास का माहौल गमगीन हो गया। शहर पुलिस प्रशासन ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया और पुलिस अधीक्षक (शहर) केसर सिंह शेखावत और व्रत के पुलिस उप अधीक्षक अमर सिंह राठौड़ भी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे और वहां के हालात का जायजा लिया। दोनों छात्रों के शव को पोस्टमार्टम के लिए महाराव भीमसिंह अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया गया है।
तीसरी एक अन्य प्रकरण में कोटा के कुन्हाडी इलाके में आज तड़के एक कोचिंग छात्र ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आज तड़के करीब तीन बजे कुन्हाडी थाना क्षेत्र की लैंडमार्क सिटी के एक हॉस्टल में रहने वाले छात्र प्रणव वर्मा (17) के जहर खा लेने की सूचना मिली थी जिसे उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया था जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि पिछले दो साल से कोटा में रहकर नीट की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र गुना (मप्र) निवासी प्रणव वर्मा (17) ने कल रात को खाना खाया था और अपने कमरे में जाने के बाद माता-पिता से भी फोन पर बात की थी और इस बातचीत के दौरान वह पूरी तरह से स्वस्थ था। रात करीब 1.30 बजे इसी हॉस्टल में रहने वाला एक अन्य छात्र जब पानी पीने के लिए अपने कमरे के बाहर आया तो उसने प्रणव वर्मा को गैलरी में पड़े देखा जिसकी सूचना दिए जाने के बाद हॉस्टल प्रबंधको ने छात्र को एक निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक छात्र के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है इसलिए आत्महत्या के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोचिंग सिटी के नाम से देश में विख्यात कोटा अब कोचिंग छात्रों का सुसाइड केन्द्र के नाम से बदनाम हो रहा है. राज्य सरकारों तथा केन्द्र सरकार को सरकारी शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा के स्तर में गुणात्मक सुधार करने की दिशा में मजबूती से कदम उठाने चाहिए ताकि कोचिंग संस्थानों में छात्रों पर पड़ने वाले मानसिक दबाव को रोका जा सके और प्रतियोगी परीक्षाओं में ,चयन के नियमों में ऐसे प्रावधान रखें जाएं ताकि प्रतिभाशाली युवकों का चयन सहजता से हो सके. कोचिंग सेंटर में छात्रों को केवल परीक्षा उत्तीर्ण करने के गुर सिखाए जाते हैं, इसलिए छात्रों का रुझान इनकी ओर होता है