
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा जिले में डूबने की अलग-अलग मामलों में आज शाम तक दो बालिकाओं सहित चार लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि दो अभी भी लापता हैं, जिनकी जिनको तलाश करने के लिए कल सुबह से फिर बचाव दल अपना अभियान शुरू करेंगे।
यहां मिली जानकारी के अनुसार कोटा जिले में सुल्तानपुर क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में डाबर गांव के पास दांई नहर में आज सुबह एक बालिका अचानक नहर में गिर गई और पानी के तेज बहाव में बहने लगी। उसे बहता देखकर उसके साथ की दो बालिकाएं भी नहर में कूद गई, लेकिन तीनों ही डूब गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दांई नहर की डाबर ब्रांच में तीन बालिकाओं के बहने की सूचना मिलने के बाद कोटा से एसडीआरएफ और कोटा नगर निगम के बचाव दल मौके के लिए रवाना हो गए। इन बचाव दलों में शामिल गोताखोरों ने आज दिन भर गोते लगाकर नहर में डूबी तीन बालिकाओं में से दो राधा (21) और अर्चना (16) के शव बरामद कर लिये, जबकि तीसरी बालिका नंदिनी (12) अभी भी लापता है। शाम को अंधेरा हो जाने के कारण बचाव का काम रोक दिया गया जिससे अब कल प्रातः 6 बजे से फिर से शुरू किया जाएगा।
इस घटना के बाद आसपास के गांवों के बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर उमड़ पड़े। बालिकाओं के शव मिलने के बाद माहौल काफी गमगीन हो गया। मौके पर पुलिस और बचाव दल अभी भी बने हुए हैं। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिन दो बालिकाए राधा और अर्चना की मृत्यु हो चुकी है जिनका चिरंजीवी योजना के तहत पात्र होने पर लाभांवित करने की प्रकरण तैयार कर लिया जायेगा।
प्रदेश के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने सुल्तानपुर के डाबर गांव के पास नहर में तीन बालिकाओं के डूबने की घटना पर गहरा शोक प्रकट करते हुए प्रशासन को तीसरे लापता बालिका का पता लगाने के लिए त्वरित प्रबंध करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्रशासन से दिवंगत बालिकाओं के परिजनों को समुचित मुआवजा देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मृत बालिकाओं के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति प्रकट की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसके अतिरिक्त सुल्तानपुर में ही नहर पर अमरपुरा नापाहेडा रोड पर दो लड़के के डूबने की घटना हुई थी जिसमे से एक बालक सुरक्षित निकाल लिया गया था जबकि दूसरा बालक सूरज पुत्र बबलू मेघवाल (15) को शाम तक भी कोटा से गई नगर निगम निगम के गोताखोरो की टीम निकलने की कोशिश करती रही लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण यहां भी रेस्क्यू सवेरे ही शुरू किया जायेगा।
इस बीच आज दोपहर करीब 11 बजे में कोटा में हैंगिंग ब्रिज के पास एक युवक चंबल नदी में कूद गया। किसी प्रत्यक्षदर्शी के इस युवक के चंबल नदी में कूदे जाने की घटना को देखे जाने के बाद उसने पुलिस को इस बारे में सूचना दी तो पुलिस कोटा नगर निगम के बचाव दल को लेकर मौके पर पहुंची। बचाव दल में शामिल गोताखोरों ने चंबल नदी से एक 30 वर्षीय युवक का शव बरामद कर उसे कोटा के एमबीएस अस्पताल पहुंचाया है। इसी दौरान बचाव दल को नदी में से एक और अज्ञात व्यक्ति का शव मिला जिसे भी बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। अभी तक दोनों की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
इस बीच जिला मजिस्ट्रेट ओपी बुनकर ने कोटा जिले में रविवार को पानी में डूबने की पांच दुर्घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये कहा है कि ये दुर्घटनाएं बहुत खेदजनक है। इन दिनों नहर में पानी चालू है। पुलिस प्रशासन इसका पूरा ध्यान रखे कि कोई बहते नहरी पानी में नहाने, कपड़े धोने की कोशिश नही करे। इसके साथ ही किसी के बहने पर तत्काल कार्रवाई करें। पुलिस ऐसे व्यक्ति को जो जान बूझकर जान जोखिम में डाल रहा है, चलते पानी में नहर में नहाने, कपड़े धोने की कोशिश करता है, उसे रोकने की कार्यवाही करें ताकि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो।
जिला मजिस्ट्रेट ने निर्देश दिए हैं कि इसके लिये पुलिस, राजस्व विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं पंचायत राज संस्थाओं के कार्मिक अपने क्षेत्र में सतर्क रहें। ऐसे तत्वों को रोकें। अगर ऐसा कोई प्रकरण मिले तो तत्काल पुलिस की मदद से उसे पाबंद करें ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। पुलिस उसे गिरफ्तार भी कर सकेगी।