
-अशोक सैनी-
कोटा। दुर्गापुरा (जयपुर)-इंदौर के बीच वंदे भारत ट्रेन का संचालन किया जाएगा। पश्चिम रेलवे द्वारा इसका टाइम टेबल जारी किया गया है। इंदौर से यह ट्रेन सुबह 5:50 बजे रवाना होकर दोपहर 2:40 बजे दुर्गापुरा पहुंचेगी। दुर्गापुरा से यह ट्रेन दोपहर बाद 3:10 बजे रवाना होकर रात 12:15 बजे इंदौर पहुंचेगी। यह ट्रेन सप्ताह में 5 दिन चलेगी।
कोटा यात्रियों को नहीं मिलेगा लाभ
रास्ते में यह ट्रेन उज्जैन, नागदा, तथा सवाई माधोपुर स्टेशनों पर ही ठहरेगी। कोटा में इस ट्रेन का वाणिज्यिक ठहराव नहीं होगा। हालांकि कोटा में इस ट्रेन का स्टाफ बदलेगा। पश्चिम रेलवे द्वारा जारी टाइम टेबल में यही जानकारी दी गई है।
कोटा-जयपुर और दिल्ली के बीच भी चलेगी वंदे भारत
इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन कोटा-जयपुर और दिल्ली के बीच भी चलेगी। कोटा-जयपुर वंदे भारत ट्रेन की घोषणा उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा कर की भी जा चुकी है। कोटा-दिल्ली वंदे भारत सेंट्रल रेलवे द्वारा चलाई।
आने से पहले शुरू हुआ वर्किंग विवाद
अभी कोटा-इंदौर का मामला सुलझा भी नहीं था कि संचालन से पहले ही इस ट्रेन का वर्किंग विवाद भी शुरू हो गया है। कोटा मंडल ने इस ट्रेन का वर्किंग रतलाम मंडल को दिए जाने का विरोध किया है। इसके लिए पश्चिम-मध्य रेलवे ने पश्चिम रेलवे को एक पत्र भी लिखा है। उल्लेखनीय है कि कोटा-इंदौर का वर्किंग विवाद एक महीने बाद भी नहीं सुलझा है।
गांधीनगर-मुंबई के बीच वंदे भारत 30 से, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी
गांधीनगर मुंबई के बीच वंदे भारत ट्रेन का संचालन 30 सितंबर से किया जाएगा। पहले दिन ट्रेन को उद्घाटन सेवा के रूप में चलाया जाएगा। इसके बाद ट्रेन नियमित रूप से चलने लगेगी। ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलेगी। उद्घाटन सेवा के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10:30 बजे ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। मुंबई-गांधीनगर के बीच में ट्रेन सिर्फ बड़ौदा और सूरत स्टेशनों पर रुकेगी। पश्चिम रेलवे द्वारा जारी समय सारणी में अहमदाबाद में भी इस ट्रेन का ठहराव नहीं दिया गया है। इस समय सारणी में नियमित ट्रेन संचालन का समय भी नहीं दर्शाया गया है। पर माना जा रहा है कि गांधीनगर से यह ट्रेन सुबह 6:30 बजे रवाना होकर दोपहर 2 बजे मुंबई पहुंचेगी। मुंबई से दोपहर 2:30 बजे रवाना होकर यह ट्रेन 10:30 बजे गांधी नगर पहुंचेगी। सूत्रों ने बताया कि रेलवे ने पहले यहु टाइम टेबल निर्धारित दिया था। लेकिन भारतीय पर्यटक एंड खानपान निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) ने इस समय सारणी का विरोध किया था। आईआरसीटीसी का कहना है कि इस समय उनकी तेजस ट्रेन चलती है। जो पहले से ही घाटे में चल रही है। अगर वंदे भारत का समय भी किसके पास ही रखा गया तो तेजस को और ज्यादा घाटा हो सकता है।
अहमदाबाद-चित्तौड़ बड़ी लाइन को भी हरी झंडी
इसके अलावा प्रधानमंत्री अहमदाबाद–चित्तौड़गढ़ बड़ी लाइन को भी हरी झंडी दिखाएंगे। यह बड़ी लाइन शुरू होते ही कोटा से चित्तौड़गढ़ होते हुए अहमदाबाद के लिए नई ट्रेन का संचालन शुरू होगा।
(लेखक स्वतंत्र पत्रकार एवं रेलवे मामलों के जानकार हैं)