
रांची। झारखंड में सत्तारूढ़ यूपीए गठबंधन के विधायक राज्य में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच चार्टर्ड फ्लाइट से रायपुर पहुंचे। हालांकि इनके साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नहीं हैं। लेकिन विधायकों को भाजपा के पाले में जाने से रोकने के लिए यह कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में सत्ता पक्ष सरकार के खिलापफ षडयंत्र रचने वालों को अपने तरीके से जवाब देगी।
उल्लेखनीय है कि रांची में राजनीतिक हलचल के बाद 30 विधायकों समेत 41 नेता विमान से रायपुर पहुंचे। इन सभी को राजधानी के मेफेयर रिसोर्ट में ठहराया जाएगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस देश की केंद्र सरकार राज्य सरकारों से लड़ाई और वहां कि लोकतांत्रिक सरकारों को गिराने की साजिश कर रही हो, उस देश का भविष्य का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
समझा जाता है कि झारखंड केबीनेट की मीटिंग एक सितंबर को आयोजित की जाएगी। तब यूपीए के विधायकों को वापस रांची लाया जाएगा। सोरेन ने कहा कि हम हर स्थिति का सामना करने को तैयार हैं और हमने इसके लिए व्यूहरचना तैयार कर ली है।