
-कमल गोस्वामी-

(अध्यक्ष, दुर्गाबाड़ी एसोएिसशन)
कोटा। कोटा दुर्गाबाड़ी एसोसिएशन की ओर से रविन्द्र सदन विनोबा भावे नगर खडे गणेश जी रोड में दुर्गा पूजा समारोह आयोजित किया जा रहा है। यह दुर्गापूजा उत्सव दसवीं के दिन मां दुर्गा की प्रतिमा किशोर सागर तालाब में विसर्जित किए जाने के साथ सम्पन्न होगा।
हालांकि कोटा में कई स्थानों पर बंगाली समाज की ओर से दुर्गा पूजा उत्सव का आयोजन किया जाता है लेकिन कोटा दुर्गाबाड़ी एसोसिएशन कोटा के बंगाली समाज की सबसे पुरानी संस्था है। इसमें एसोसिएशन के सदस्य परिवार शामिल होते हैं और करीब पांच दिन तक सामूहिक रुप से उत्सव मनाते हैं।
उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा बंगाली समाज का सबसे बड़ा त्यौहार है। पश्चिम बंगाल विशेषकर कोलकाता में इसका भव्य आयोजन किया जाता है तथा पूरे शहर में दुर्गा पांडाल स्थापित किए जाते हैं। इसी परम्परा के तहत कोटा में भी कई जगह बंगाली समाज की ओर से दुर्गा पूजा पंडाल बनाकर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती है।
दुर्गा पूजा में माँ दुर्गा की मूर्ति को सातवें दिन से पूजा की जाती है, आखिरी के तीन दिन ये पूजा और भी धूम धाम से मनाया जाता है। यह हिन्दू धर्म के लोगों द्वारा हर साल महान उत्साह और विश्वास के साथ मनाया जाता है।
दुर्गा पूजा का पर्व बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर माँ दुर्गा की विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है। दुर्गा पूजा 1 अक्टूबर 2022 से शुरू हो गई। अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को दुर्गा पूजा का आरंभ कल्पाम्भ परंपरा से होता है।