
नई दिल्ली। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि उन्हें देश के 140 करोड लोगों के आशीर्वाद का सुरक्षा कवच प्राप्त है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठ के हथियार से आप इस सुरक्षा कवच को नहीं भेद सकते। ये विश्वास का सुरक्षा कवच है। समाज के वंचितों को वरीयता के संकल्प को लेकर हम आगे बढ रहे हैं।
मोदी संसद के संयुक्त सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब दे रहे थे। प्रस्ताव पर बहस अपने आप में उग्र और जुझारू थी, जिसमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित विपक्ष ने अडानी समूह पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गौर करने के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति की मांग की थी और आरोप लगाया था कि सरकार से निकटता ने समूह को सहायता प्रदान की थी। मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान अडानी समूह के साथ अपने संबंधों पर विशिष्ट आरोपों का जवाब नहीं दिया। लेकिन विपक्ष की बाध्यकारी आलोचनाष्के खिलाफ अपनी रक्षा के रूप में अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को एक के बाद एक गिनाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर से मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि पीएम ने किसी मुद्दे पर जवाब नहीं दिया। अडानी मामले पर प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ नहीं बोला। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को कुछ नहीं बोला। लग रहा है प्रधानमंत्री मोदी सभी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
बीआरएस नेता कविता कलवकुंतला ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में नया कुछ नहीं दिखा। वही पुरानी बातें और विपक्ष पर व्यंग्य के अलावा कुछ नहीं था। विपक्ष को कोसने से आप अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त नहीं हो जाएंगे। देश आपको देख रहा है और लोग इसे अगले चुनावों में दिखाएंगे।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भाषण तो बहुत अच्छा दे दिया लेकिन जो भी विपक्ष द्वारा सवाल पूछे गए थे किसी भी सवाल का जवाब उन्होंने नहीं दिया।