बंदिशों से आजाद बाघ अब उन्मुक्त आकाश तले

tiger

-कृष्ण बलदेव हाडा-

कोटा। राजस्थान में सवाई माधोपुर जिले के रणथम्भोर से लाये गए टाइगर टी-110 को स्वास्थ्य परीक्षण में स्वस्थ पाए जाने पर खुले में छोड़ने के लिए सोमवार को सुबह 5.45 सेलझर एनक्लोजर के गेट खोले गए। रणथम्भोर से लाये गए इस टाइगर का अब कोटा के मुकुंदरा हिल टाइगर रिजर्व में आने के बाद में नया नामकरण एमटी- 5 किया गया है।
मुकुंदरा हिल टाइगर रिजर्व के क्षेत्री निदेशक एसपी सिंह ने बताया कि बाघ लंबा इंतजार कराने के बाद प्रातः 6.42 पर सेलझर एनक्लोजर से निकल कर जंगल में ओझल हो गया। दिन के पूर्वार्द्ध में बाघ का मूवमेंट सेलझर क्षेत्र पर ही रहा है। बाघ को छोड़ते समय सीडब्लूएलडब्लू के प्रतिनिधि दौलत सिंह, सदस्य, स्टैंडिंग कमेटी, राज्य वन्यजीव मंडल, क्षेत्र निदेशक मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व कोटा एस पी सिंह, उप वन संरक्षक, मुकुंदरा राष्ट्रीय उद्यान बीजों जॉय, सहायक वन संरक्षक मारिया साईंन, वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ तेजेंद्र रियाड, क्षेत्रीय वन अधिकारी जनक सिंह सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहे।

श्री सिंह ने बताया कि बाघ की चौबीसों घंटे सतत् मॉनिटरिंग के लिए तीन ट्रैकिंग टीम बनाई गई है जो पूरे दिन में शिफ्टवार टाइगर के ट्रैकिंग कर रिपोर्टिंग का कार्य करेंगे। इसके अलावा वर्तमान में टाइगर के मूवमेंट व प्रोटेक्शन के लिए जनक सिंह क्षेत्रीय वन अधिकारी कोलीपुरा के नेतृत्व में तीन मोबाइल टीमों का भी गठन किया गया है। यह टीमें टाइगर के मूवमेंट के दौरान मूवमेंट में वॉच रखने एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य करेंगे।

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