
जम्मू। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हिंसा से कोई हल नहीं निकलता, लेकिन प्यार और स्नेह बहुत कुछ कर सकता है। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा को नफरत के खिलाफ सफल बताया। उन्होंने यह भी कहा कि असाधारण कार्य करने वाले सशस्त्र बलों से सबूत मांगने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने यह कहते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के विवादास्पद बयान से दूरी बना ली।
राहुल गांधी ने कहा कि हम भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश भर के लोगों को फिर से एक साथ लाने में सक्षम हुए हैं। देश में नफरत की कोई गुंजाइश नहीं है क्योंकि कांग्रेस प्यार का संदेश फैलाने में विश्वास करती है। यात्रा के माध्यम से हम काफी हद तक देश में भाजपा द्वारा फैलाई गई नफरत के विनाशकारी आख्यान से लड़ने में सक्षम रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि हम दिग्विजय सिंह जी के बयान से सहमत नहीं है। हम सेना का सम्मान करते हैं और सेना के शौर्य पर कोई सवाल नहीं है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा था कि कांग्रेस पार्टी ने इस पर अपना स्टेटमेंट दे दिया है और पार्टी का स्टैंड क्लियर है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया और सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी सफाई दी थी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा व्यक्त किये गये विचार उनके अपने हैं और कांग्रेस के रुख को प्रदर्शित नहीं करते हैं। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार द्वारा 2014 से पहले सर्जिकल स्ट्राइक की गई थीं। कांग्रेस ने राष्ट्र हित में की जाने वाली सभी सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया है और करती रहेगी। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हंगामे से जुड़े सभी प्रश्नों का उत्तर उनकी पार्टी ने दिया है और मीडिया को इसकी आवश्यकता है कि पीएम से सवाल पूछे जाएं।