सर्वकालिक महान फुटबॉलर पेले नहीं रहे। पेले का कैंसर के साथ एक लंबी लड़ाई के बाद शुक्रवार की सुबह 82 वर्ष की आयु में साओ पाउलो में निधन हो गया। जब फुटबॉल की दुनिया सारा ध्यान कतर में आयोजित विश्व कप पर केंद्रित था तब पेले चिकित्सालय में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे। वह तीन बार विश्व कप जीतने वाले फुटबॉल इतिहास के एकमात्र खिलाड़ी हैं।
यह बताना मुश्किल है कि पेले ने संन्यास लेने के आधी सदी बाद फुटबॉल पर क्या प्रभाव डाला था। 17 साल की उम्र में उन्होंने विश्व कप जीतने वाली ब्राजीलियाई टीम में भाग लिया । वह विश्व कप फाइनल खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी रहे। विश्व कप फाइनल में स्कोर करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी और विश्व कप में अपने देश के लिए स्कोरिंग चार्ट में शीर्ष पर पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी रहे।
ब्राजील की राष्ट्रीय टीम में उनके स्कोरिंग रिकॉर्ड की बराबरी करने में नेमार को पांच दशक लग गए। अपने क्लब सैंटोस के लिए उनका रिकॉर्ड 659 मैचों में अविश्वसनीय 643 गोल का है।
सर्वकालिक महान फुटबॉलर पेले नहीं रहे
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महान खिलाड़ी पेले की उपलब्धियां किसी भी खिलाड़ी के लिए एक ऐसा चैलेंज है कि उसे वह महानता की ओर ले जाती है । महानता किसी भी क्षेत्र में क्यों न हो वह जन्मजात होती है और उसकी कॉपी नहीं की जा सकती । पेले का नाम फुटबॉल की दुनिया में हमेशा सम्मान के साथ लिया जाता रहा है और आगे भी दुनिया पेले के रिकार्ड , खेल और उनकी उपलब्धियों को बार बार देखेगी ।
एक महान खिलाड़ी को नमन ।