-द ओपिनियन-
शिमला। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। मुकेश अग्निहोत्री ने भी समारोह में हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमने 10 वायदे किए हैं और हम उन्हें लागू करेंगे। हम पारदर्शी और ईमानदार सरकार देंगे। हम पहली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) लागू करेंगे। निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता
शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में आयोजित4 शपथ ग्रहण समारोह में 58 वर्षीय सुक्खू को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मौजूद थे. समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, राज्य कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह भी शामिल हुए।

हिमाचल प्रदेश में नादौन निर्वाचन क्षेत्र से चार बार के विधायक और राज्य में कांग्रेस की चुनाव समिति के प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू ने छात्र राजनीति में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने एक स्वच्छ और ईमानदार सरकार का वादा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा जनता से किए गए वादों को पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है। हम सिस्टम को बदलना चाहते हैं। मुझे कुछ समय दे।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में रविवार को शिमला में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कई बड़े नेता पहुंचे। शपथ ग्रहण समारोह के माध्यम से पार्टी की तरफ से एकजुटता दिखाने का भी प्रयास किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंच पर दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को गले लगाते नजर आए। प्रतिभा सिंह भी मुख्यमंत्री पद की दावेदार थीं उनकी तरफ से भी सांकेतिक तौर पर दावे किए गए थे। लेकिन सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री चुना गया।