-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा,17 अगस्त। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आठ चीते नामीबिया से लाकर बसाये जाने की संभावनाओं के बीच राजस्थान सरकार ने भी कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के 80 वर्ग किलोमीटर से एनक्लोजर में चीता लाने के लिए अपनी सहमति दे दी है और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, (एनटीसीए) की बाघों को बसाने के लिए पूर्व में लगाई गई शर्तो में राहत मांगी है। इस संबंध में प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के सदस्य सचिव को लिखे पत्र की प्रतिलिपि आज राज्य वाईल्ड़ लाइफ़ बोर्ड के सदस्य और राजस्थान में कोटा जिले के सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने जारी की जिसमें कहा गया है कि इस 80 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर में फेंसिंग की मरम्मत का कार्य हर साल करवाया जाता है और वर्तमान में मुकुंदरा हिल्स के एनक्लोजर में रह रही बाघिन एमटी-4 को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के निर्देशानुसार क्षेत्र में छोड़ा गया है।
स्वीकृति राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने शर्तों के साथ दी
पत्र में सदस्य सचिव को बताया गया है कि इसी क्षेत्र में अन्य बाघों को छोड़े जाने की स्वीकृति राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने शर्तों के साथ दी है। इन शर्तों में राहत देखकर बाघों को सेल्जर क्षेत्र में तुरंत छोड़े जाने की स्वीकृति राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से मांगी जा रही है इसलिए वर्तमान में बाद इस एनक्लोजर से दूरस्थ क्षेत्र में छोड़े जाने से एनक्लोजर के अंदर चीता व अन्य दूरस्थ क्षेत्र में रह रहे बाघों के बीच टकराव की संभावना नगण्य है। पत्र में बताया गया है कि एनक्लोजर बनने से इस क्षेत्र में चराई पर रोकथाम व यहां वनस्पति विकास के लाभ प्राप्त हुए हैं। इस एनक्लोजर को वन्यजीवों के प्रजनन केंद्र के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है जिसमें चीतल, काला हिरण, चिंकारा आदि के साथ चीता का भी प्रजनन किया जा सकता है। पिछले कुछ समय में इस एनक्लोजर में 147 काले हिरण, 141 चीतल,दो नीलगाय, 5 सांभर, 26 जंगली सूअर छोड़े गए हैं। पत्र में प्राधिकरण के सदस्य सचिव से आग्रह किया गया है चूंकि इस एनक्लोजर को चीता संरक्षण में उपयोग में लाये जाने के लिए प्रस्तावित किया गया है इसलिए 27 जुलाई 2018 में लगाई गई एनक्लोजर की चैनलिंक फेंसिंग को हटाए जाने की शर्त को विलोपित किया जाए। पत्र में कहा गया है कि चीता को छोड़े जाने के लिए क्षैत्र के विकास के लिए प्रस्ताव अलग से प्रेषित किए जाएंगे।