-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। कोटा जिले के सांगोद थाना क्षेत्र में एक युवक अपने दोस्त की नाबालिग बहिन को भगा ले गया। दोनों ट्रेन में बैठकर एमपी रतलाम गए,फिर उदयपुर व भवानी मंडी चले गए। इधर परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। भवानीमंडी से वापस लौटते समय पुलिस ने बालिका को दस्तयाब किया और बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया। सीडब्ल्यूसी ने उसे बालिका गृह में अस्थाई आश्रय (शेल्टर) दिलाया।
बाल कल्याण समिति रोस्टर सदस्य मधुबाला शर्मा ने बताया कि बालिका की उम्र 16 साल है। 8 वीं तक पढ़ी लिखी है। तीन भाई बहिन है। पिता मजदूरी करते हैं। काउंसलिग में बालिका ने बताया कि उसका बड़ा भाई कोटा में मजदूरी का काम करता है। उसका दोस्त भी उसके साथ काम करता है। दिवाली पर भाई के साथ दोस्त गांव में आया था। दोनों के बीच जान पहचान हुई। युवक उसे बहला फुसलाकर 1 नवंबर को रात 10 बजे करीब उसे बाइक पर बैठाकर कोटा लाया। वे रात बोरखेड़ा में रुके। अगले दिन ट्रेन में बैठकर रतलाम चले गए। वहां करीब 15 दिन रुके ओर अलग अलग जगहों पर कमरा किराए से लिया। वहां से उदयपुर आए। 5 दिन उदयपुर में रुकने के बाद भवानीमंडी आए। इसबीच उन्होंने लव मैरिज कर ली। दोनों के बीच शारीरिक सम्बंध बने। भवानीमंडी से लौटते समय पुलिस ने पकड़ लिया और बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया।
मधुबाला ने बताया कि बालिका के 164 के बयान व मेडिकल होना बाकी है। संरक्षण की आवश्यता होने पर उसे बालिका गृह में अस्थाई आश्रय दिलाया। इस मामले में पुलिस अपनी अग्रिम कार्रवाई कर रही है।