
-दुष्यंत सिंह गहलोत-
कोटा। वासुदेव सिंह थानाधिकारी थाना जवाहरनगर द्वारा आगामी दीपावली के त्यौहार को देखते हुए थाना जवाहरनगर पर सीएलजी सदस्यों की मीटिंग ली गई। उन्होंने कहा कि आगामी दीपावली पर्व पर किसी भी ऊपरी पटाखों का प्रयोग लोग कम कर अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करें। ताकि ऊपरी पटाखों की चिंगारी से कहीं आगजनी ना हो सके। दीपावली के त्योहार पर आपसी भाईचारा एवं शांति बनाए रखने तथा दीवाली पर पटाखों को कम फोड़े ताकि प्रदूषण कम हो। इस दौरान सीएलजी सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। अपने क्षेत्र में बाजारों में पुलिस गश्त एवं वार्डाे में पुलिस गश्त तेज की जाए। वही अगर दिवाली में पटाखे न छुटाए जाए तो कुछ अधूरा सा लगता है. हालांकि पटाखों के धुएं की वजह से प्रदूषण होंता है और वायु प्रदूषण भी जमकर बढ़ जाता है। पटाखे के धुएं से होने वाले वायु प्रदूषण से हमारे स्वास्थ्य को भी भारी नुकसान होता है। वायु प्रदूषण अस्थमा के मरीजों और बच्चों के स्वास्थ्य को बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है।
पटाखों का धुंआ वैसे तो सभी के लिए हानिकारक होता है लेकिन यह अस्थमा रोगी, पांच साल से कम उम्र के बच्चों और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कई तरह की गंभीर बीमारियां उत्पन्न कर सकता है। इसके साथ ही अगर घर में गर्भवती महिलाएं हैं तो उन्हें पटाखों के धुएं से बचने की सख्त जरूरत है।दीपावली बनाए पर अपने आसपास के लोगों का भी ध्यान रखे।