-रामबाबू मालव-
(विहिप प्रचार प्रमुख)
कोटा। विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी द्वारा चाणक्य प्रखंड ,संजय नगर खंड में तुलसी पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उक्त कार्यक्रम में मुख्य वक्ता दुर्गा वाहिनी विभाग संयोजिका स्वीटी शर्मा रही। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि आज हमारा समाज पश्चिमी संस्कृति की तरफ बढ़ रहा है, और लोग पश्चिमी त्यौहार मनाने लगे हैं, इसलिए हमें हमारे भारतीय संस्कृति के अनुसार तुलसी पूजन दिवस मनाना चाहिए जिससे हमारी संस्कृति बची रहे, और हमारे बच्चों में पाश्चात्य संस्कृति नहीं आनी चाहिए। तुलसी माता हमें औषधि के रूप में काम आती है और आदि काल से हम इनका हमारे जीवन में उपयोग कर रहे हैं। हमें 25 दिसंबर को हमारे घर में तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाना चाहिए ,जिससे हमारे बच्चों में सनातन संस्कृति के संस्कार बने रहे।
कार्यक्रम में महानगर संयोजिका वृंदा शर्मा ,चाणक्य प्रखंड अध्यक्ष पुष्पदयाल मालव,गणेश प्रखंड अध्यक्ष दिनेश शर्मा ,प्रखंड गोरक्षा प्रमुख शंकरलाल, गायत्री देवी ,कैलाश बाई ,पुष्पा देवी व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पाश्चात्य संस्कृति ओढ़ने में महिलाएं अग्रगणी हैं.आज भारतीय महिला,खुले बाल जींस टीशर्ट में हाट बाजार में नजर आ जायेंगी.खानपान,रहने सहन,लिबास, घरों की साज सज्जा, सबकुछ पाश्चात्य सभ्यता से प्रभावित हैं .ऐसे में भारतीय संस्कृति के नाम पर केवल तुलसी पूजा से ,हमारी प्राचीन धरोहर सुरक्षित नहीं बच सकती है.