
भारत के लिए गर्व है विश्व मे सर्वाधिक युवा जनसंख्या होना-डॉ. निधि
-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। युग पुरुष युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानन्द जी की जंयती के उपलक्ष पर सोसाइटी हैस ईव इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट एवं गांधियन सोसाइटी अमेरिका के द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय देवली अरब में श्आधुनिक युग में देश के निर्माण में युवाओं की भूमिकाश् पर सेमिनार का आयोजन किया गया। ट्रस्टी डॉ. निधि प्रजापति ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को स्वयं पर विश्वास रखते हुए जीवन मे अपने सामथ्र्य के अनुरूप निर्णय लेने चाहिए क्योंकि युवा ही किसी भी देश की दिशा और दशा तय करता है। आधुनिक और भूमंडलीकरण के युग में किस तरह भारतीय युवाओं ने विदेशों में विभिन्न तकनीकी कंपनियों में शीर्ष स्थान प्राप्त कर भारत का नाम रोशन किया है जो स्वयं पर आत्मविश्वास से ही संभव है। युवाओं को धैर्य रखते हुए जीवन की हर कठिनाई का सामना करना चाहिए क्योंकि युवा जिस भी दिशा में चाहे भविष्य का रुख मोड़ सकते है। लक्ष्य को ध्यान में रखकर देकर उसको प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहे रहना चाहिए क्योंकि युवा ही राष्ट्र की शक्ति है। ऐसे में युवाओं को पाश्चात्य संस्कृति से प्रभावित होकर नशे और गलत संगत से दूर रहना चाहिए। युवाओं को स्वामी विवेकानन्द जी से प्ररेणा लेनी चाहिए तथा उनके विचारों को अपने जीवन में उतारकर आगे बढ़ते रहना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों को नौजवानों को प्रेरित और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाले गीत नौजवान आओं रे नौजवान गायों रे गीत गवाया गया और विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए किताबें भी विद्यालय को भेंट में दी गयी इसके साथ ही सभी को ये प्रण भी दिलवाया गया कि वे जीवन मे सदा स्वामी विवेकानंद जी के पद चिह्नों पर चलेंगे और लक्ष्य निर्धारित को प्राप्त करने के लिए पूर्ण लगन और तत्परता से निरंतर प्रयासरत रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन आशा वर्मा और रेणु ने किया।