
-सुनीता करोथवाल-

लड़कियों तुम बचाए रखना
धरती की नमी
आसमान के बादल
मनुष्यों में प्रेम
तितलियों के पंख
पेड़ों की छाँव
ताकि मुस्कुराता रहे संसार
और जीने लायक बना रहे
तुम्हारा क्या है
तुम तो गलती से अमरूद भी लाल निकल आया
तब भी चहक उठोगी।
~ सुनीता करोथवाल
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