रंग निराले…

-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कहा जाता है कि प्रकृति के रंग निराले हैं। पेड-पौधे, धरती-आकाश, सूरज-चांद अलग अलग समय में अलग अलग रंग बिखेरते हैं। सूर्य को ही देखिए जिस समय उदय हो रहा होता है तब आसमान का रंग कैसा होता है और उसके कदम बढाने के साथ ही रंग भी लगातार बदलते जाते हैं और जब अस्त होने को होता है तब पुनः सुबह उदय होने वाले रंग आसमान पर छा जाते हैं।

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फोटो अखिलेश कुमार

कहा तो यह जाता है कि प्रकृति के तीन मूल रंग हैं। ये लाल, नीला, और पीला हैं। इनमें सफेद और काला भी मूल रंग में अपना योगदान देते हैं। लाल रंग में अगर पीला मिला दिया जाये, तो केसरिया रंग बनता है। यदि नीले में पीला मिल जाये, तब हरा बन जाता है। प्राथमिक रंग के पहिये में चार प्राथमिक रंग नीले, पीले, हरे और लाल हैं। यह कलर मिक्सिंग व्हील से अलग है, जिसमें केवल तीन प्राथमिक रंग होते हैं।

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फोटो अखिलेश कुमार

फोटो जर्नलिस्ट अखिलेश कुमार ने प्रकृति के इन रंगों को चंबल नदी के किनारे से अपने कैमरे में खूबसूरती से कैद किया है। इन फोटो में आसमान और धरती के अद्भुत रंग प्रदर्शित हो रहे हैं।

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