-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
बारिश का मौसम शुरू होते ही जामुन की बहार आ जाती है। एक समय कोटा के नयापुरा बाग में बडी संख्या में आम और जामुन के पेड थे जो या तो विकास की भेंट चढ गए अथवा पुराने होने के कारण आंधी बारिश में ढह गए।

नए फलदार वृक्ष नहीं लगाए गए। जबकि इन फलदार वृक्षों की वजह से ही पशु पक्षियों के भोजन की व्यवस्था होती थी। अभी भी कुछ पुराने पेड हैं जिन पर मौसमी फल लगते हैं और आम जन के साथ पशु पक्षी भी इसका सेवन कर पाते हैं।

वैसे भी जामुन न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि इसमें औषधीय गुण भी भरपूर होते हैं। कहा जाता है कि कम से कम एक बार जामुन का सेवन अवश्य करना चाहिए क्योंकि यह पेट की सफाई करता है। इसके अलावा मधुमेह में तो इसे रामबाण औषधी माना जाता है। फोटो जर्नलिस्ट अखिलेश कुमार ने जामुन के वृक्ष के नीचे बिखरे जामुन और उनका सेवन करते बंदर को अपने कैमरे में कैद किया है।

















