
-अखिलेश कुमार-

(पत्रकार एवं फोटोग्राफर)
कोटा। डायबिटीज यानी मधुमेह में मकोय बहुत लाभकारी मानी जाती है। यह वनस्पति कोटा और आसपास के इलाके में हमारे खेतो के आसपास एवं जंगल पाई जाती है। केप गुसबेरी (वानस्पतिक नाम : Physalis peruviana ; physalis = bladder) एक छोटा सा पौधा है। इसके फलों के ऊपर एक पतला सा आवरण होता है। कहीं-कहीं इसे ‘मकोय’ भी कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में इसे ‘चिरपोटी’व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पटपोटनी भी कहते हैं।
फोटोः अखिलेश कुमार
रास्पबेरी जैसे स्वादिष्ट फल का सेवन सालों से किया जा रहा है। खट्टी- मीठी होने के कारण बहुत से लोग इसे पसंद नहीं करते। लेकिन डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए ये बेहद फायदेमंद है। यह विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल से भरपूर है, जो अच्छे स्वास्थ्य में बढ़ावा और बीमारियों को रोकने में मददगार है। कई शोधों के अनुसार, इस फल के सेवन से ह्दय स्वास्थ्य में सुधार होता है। वहीं खासतौर से यह टाइप -2 डायबिटीज वाले मरीजों को बहुत फायदा पहुंचाती है। इसके अलावा यह फल वजन घटाने, ह्दय रोग और अल्जाइमर रोग को कम करता है, जो डायबिटीज की सामान्य जटिलताएं हैं।
डायबिटीज में क्यों है फायदेमंद

हाई फाइबर होने के कारण यह ब्लड शुगर, इंसुलिन और लिपिड में सुधार करती है। डायबिटिक पेशन्ट्स में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के कई लेवल होते हैं, जिन्हें रसभरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ नियंत्रित किया जा सकता है। रास्पबेरी में फ्रुक्टोज होता है, जिसमें इंसुलिन की जरूरत नहीं होती। इसलिए यह फल डायबिटीज के साथ ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद करता है।
डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित हेाने पर हार्ट डिसीज, नर्व डैमेज, किडनी और आई डैमेज जैसे कई अन्य कॉम्प्लीकेशन्स हो सकते हैं। ऐसे में रसभरी में पाए जाने वाले फाइबर और पोषक तत्व शुगर को कंट्रोल करते हैं। इन्हीं वजहों से रसभरी मधुमेह में सबसे अच्छा फल माना जाता है।