-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
यह फल आमतौर पर अप्रैल से जून के मौसम में आता है. जंगल जलेबी के अंदर का फल सफेद होता है और इसका आकार इमली की तरह होता है. पकने के बाद ये फल लाल हो जाता है. इस फल का स्वाद हल्का खट्टा-मीठा होता है. जंगल जलेबी को विभिन्न जगहों पर विभिन्न नामों विलायती इमली, गंगा जलेबी, मीठी इमली आदि से जानते हैं.

#इम्यूनिटी_बूस्टर – जंगल जलेबी इम्यूनिटी बूस्टर का काम करती है. इन दिनों कोरोना महामारी के कारण इम्यूनिटी को लेकर बड़ी चर्चाएं हो रही हैं. इसलिए इस फल का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलता है. जंगल जलेबी में विटामिन सी की मात्रा भरपूर होती है. यह एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, जो हमारे शरीर की रोगों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाता है.
कैंसर रोधी – विशेषज्ञों का मानना है कि जंगल जलेबी के फल में कैंसर-रोधी गुण पाए गए हैं. इस फल का सेवन किया जाए तो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है और जिस व्यक्ति को यह बीमारी नहीं है उनमें होने की संभावना कम हो जाती है. जंगल जलेबी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोक देता है.

#डायबिटीज – जंगल जलेबी फल डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद लाभकारी होता है. इसमें कई तरह के मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को फायदा पहुंचाते हैं. जिन व्यक्तियों को डायबिटीज टाइप 2 है, उनके लिए जंगल जलेबी के फल और इसके जूस का सेवन करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है. यदि डायबिटीज रोगी इस फल का सेवन एक माह तक लगातार करते हैं तो उन्हें इस बीमारी से मुक्ति मिल सकती है.

#पेट के लिए है फायदेमंद –
देसी फल जंगल जलेबी के सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है और पेट के लिए फायदेमंद भी है. इसमें ढेर सारे औषधीय गुण होते हैं. कई रिपोर्टों में बताया गया है कि इस फल का सेवन करने से शरीर की 100 से भी ज्यादा बीमारियां ठीक हो सकती है.
(इस वनस्पति का उपयोग विशेषज्ञ की सलाह से करें)