
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। प्रकृति ने हमारे आस पास हर तरह के वातावरण के लिए पेड पौधे और फूल दिए हैं। इनमें अधिकांश जहां वातावरण को हरियाली देते हैं वहीं इनमें लगने वाले फूल-फल न केवल पशु पक्षियों बल्कि मनुष्यों के लिए भी लाभदायक होते हैं। जहां नया कोटा बना हुआ है वहां एक नहीं दर्जनों छोटे-छोटे ताल-तलैया थे। इनमें न केवल वर्ष पर्यन्त पानी रहता था बल्कि विभिन्न प्रजाति के जलीय जन्तुओं के अलावा पक्षियों का बसेरा रहता था।

इनका पानी भूजल भी रिचार्ज करता था। और इनके अंदर और आसपास पैदा होने वाली वनस्पति जीव जंतुओं के साथ ही मनुष्य के काम भी आती थी। लेकिन शहर का विस्तार होने के कारण सर्वाधिक नुकसान इन चीजों को हुआ जिसका परिणाम पर्यावरण असंतुलन के रुप में सामने आ रहा है। ऐसा ही एक पौधा है अर्धजलीय कलमी शाक। इसमें बहुत ही खूबसूरत फूल खिलते हैं।

लेकिन शहर में वेटलैंड खत्म होने के कारण यह फूल बहुत कम जगह देखने को मिलता है। फोटो जर्नलिस्ट अखिलेश कुमार ने इसकी लता और उसमें खिले फूलों की बहुत ही खूबसूरत तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की हैं।