
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
भोर में उठना आपको कभी निराश नहीं करेगा क्योंकि हमें सूर्योदय की अपरिमित खूबसूरती देखने को मिलती है। यह भी तथ्य है कि हम सूर्याेदय की तुलना में सूर्यास्त अधिक देखते हैं, इसलिए सूर्याेदय हमारे जीवन के लिए विशेष महत्व रखता है। खुले मैदान से पहाड़ों की चोटियों यहां तक कि अपने कमरे की खिडकी से भी उगते सूरज का दृश्य मन मोह लेगा।

यह भी कहा जाता है कि अपने दिन की शुरुआत सूर्याेदय जैसी जादुई चीज़ से करें। यह आपके दिन को वास्तव में सही दिशा देता है। क्योंकि कहा भी गया है कि सूर्योदय ईश्वर का यह संकेत है कि आओ नई शुरूआत करें। यह भी सही है कि सूर्योदय से ही प्रकृति अपना खजाना हम पर लुटाना शुरू करती है। हर रात के बाद की सुबह यानी उम्मीद की नई किरण। तभी तो कहते हैं कि यदि हम अंधेरे में धैर्य से इंतजार करें तो सूर्योदय का चमत्कार अवश्य देखने को मिलेगा।

सूर्योदय के इसी चमत्कार को फोटो जर्नलिस्ट अखिलेश कुमार ने अपने कैमरे में खूबसूरती से कैद किया हैं।
सनातन धर्म में सूर्य को सूर्य को देवता रूप में पूजा जाता है, प्रातः स्नानादि पश्चात सूर्य को जल का अर्घ्य देने की परंपरा है. सूर्य जीवन दाता है इससे समस्त प्राणियों, वनस्पतियों को उर्जा मिलती है, सूर्य विटामिन डी का स्त्रोत है. आयुर्वेद के अनुसार प्रातः सूर्य की रश्मियों के सेवन शरीर नीरोग होता है
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर प्रातःकाल का नयनाभिराम नजारा ।।क्या खूबसूरत फोटोज और उतना ही सुंदर उत्साहित करने वाला वर्णन।