
-कृष्ण बलदेव हाडा-

कोटा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कल बारां में श्री पार्श्वनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से उन सभी खिलाड़ियों को पुरस्कृत किए जाने के लिए आयोजित समारोह में भाग लेने के बाद सड़क मार्ग से कोटा लौटने का कार्यक्रम था जिन्होंने राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक में जीत हासिल की थी लेकिन कल बारां से सड़क मार्ग से कोटा लौटते समय पलायथा क्षैत्र में
खान की झोपड़ियां गांव के समीप सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के ‘ स्वागत ‘ के लिए कई सौ लोगों के उमड़ने की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से कोटा लौटने का फैसला रद्द कर दिया और आज हेलीकॉप्टर से बारां से सीधे जयपुर के लिए रवाना हो गए।
पहले मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था कि वे बारां में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद सड़क मार्ग से बारां से कोटा सड़क मार्ग से लौटेंगे और सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से कोटा से जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे लेकिन अंतिम समय में मुख्यमंत्री की कोटा यात्रा को रद्द कर दिया गया और इसकी कोई वजह नही बताई गई व यह कहा गया कि मुख्यमंत्री ने बारां में ही विश्राम करने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कल बारां में श्री पार्श्वनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से उन सभी खिलाड़ियों को पुरस्कृत किए जाने के लिए आयोजित समारोह में भाग लेने के बाद सड़क मार्ग से कोटा लौटने का कार्यक्रम था जिन्होंने राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक में जीत हासिल की थी।
इसी बीच कल बारां से सड़क मार्ग से लौटते समय कोटा रोड पलायथा के नजदीक खान की झौपड़िया गांव के बाहर सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के ‘ स्वागत ‘ के लिए कई सौ लोगों के उमड़ने की संभावना को देखते हुए। मुख्यमंत्री का सड़क मार्ग से कोटा लौटने का फैसला रद्द कर दिया और वे आज हेलीकॉप्टर से बारां से सीधे जयपुर के लिए रवाना हो गए।
पहले मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था कि वह सड़क मार्ग से बारां से कोटा लौटेंगे आकर सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से कोटा से जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे लेकिन अंतिम समय में मुख्यमंत्री की कोटा यात्रा को रद्द कर दिया गया और वजह यह बताई गई कि मुख्यमंत्री ने बारां में ही विश्राम करने का फैसला किया है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि श्री पार्श्वनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट वही ट्रस्ट है जिसके प्रवर्तक मुख्य रूप से खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया और उनकी पत्नी बारां की जिला प्रमुख श्रीमती उर्मिला जैन भाया है और खान की झौपड़ियां वही गांव है जिसमेंमंत्री प्रमोद जैन की शह पर अवैध रूप से खदान होने का आरोप वरिष्ठ विधायक भरत सिंह लगाते रहे हैं। मुख्यमंत्री के बारां के दौरे पर आने से पहले भरत सिंह ने श्री गहलोत को एक पत्र भेजकर यह कहा था कि यदि वे सड़क मार्ग से नहीं आ सकते तो कम से कम हवाई मार्ग से ही खान की झौपड़िया गांव में हो रहे अवैध खनन को देख ले। स्पष्ट है कि यदि मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से बारां से कोटा लौटते तो खान के झोपड़े गांव के पास विधायक भरत सिंह के स्वागत समारोह के दौरान इसी गांव में हो रहे अवैध खनन का मसला सामने आ सकता था और यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से कोटा आने के बजाय बारां से वायु मार्ग से जयपुर लौटने का फैसला किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निजी सचिव कुलदीप राकां ने ही फोन पर विधायक भरत सिंह को यह सूचना दी कि|
मुख्यमंत्री का सड़क मार्ग से बारां से कोटा आने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इसके बाद ही विधायक भरत सिंह ने अपने सभी समर्थक कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों को विभिन्न स्त्रोत के जरिए यह सूचना भिजवाई कि चूंकि मुख्यमंत्री के निजी सचिव ने फोन पर मुख्यमंत्री का सड़क मार्ग से लौटने का कार्यक्रम रद्द करने की जानकारी दी है इसलिए कृपया कोई भी खान की झौपड़िया गांव के पास मुख्यमंत्री के स्वागत के कार्यक्रम के भी रद्द होने से उपस्थित नहीं हो।
हालांकि कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सड़क मार्ग से बारां से कोटा लौटने का कार्यक्रम रद्द होने और इस बारे में विधायक भरत सिंह की ओर से भी अपने समर्थकों को विधिवत लिखित में सूचित किए जाने के बावजूद किसी भी अप्रिय घटना की। आशंका को देखते हुए अंता से लेकर कोटा जिले में सीमलिया तक पुलिस सुरक्षा के कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे और पलायथा एवं खान की झौपड़िया गांव के बाहर तो भारी तादाद में वाहनों के साथ पुलिस बल मौजूद था।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं)