
-द ओपिनियन डेस्क-
कंग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की तारीख ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही हैं कांग्रेस में राहुल राग जोर पकड़ रहा है। राहुल राग यानी राहुल का समर्थन पार्टी की बागडोर सर्वसम्मति से राहुल को सौंपी जाए। राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की सर्वाधिक मुखर हिमायत करने वालों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं। पार्टी मंच या बाहर जब भी उनसे मीडिया ने इस बारे में सवाल किया उन्होंने मुखर रूप से इस बात की हिमायत की कि पार्टी की बागडोर राहुल गांधी को सौंपी जानी चाहिए। इसका असर तब देखने को और मिला जब शनिवार को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ण्क प्रस्ताव पारित कर राहुल को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की। इसके एक दिन बाद रविवार को छत्तीसगढ व गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने अलग-अलग पारित प्रस्तावों में राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है। साफ है कि अगले कुछ दिनों में अन्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी इस तरह का प्रस्ताव पारित कर सकती हैं ।
राहुल गांधी की दावेदारी और मजबूत होगी
साफ है कि इससे राहुल गांधी की दावेदारी और मजबूत होगी। हालांकि अभी राहुल ने अपनी दावेदारी जताई नहीं है। उनके मन में क्या है यह बात उनके अलावा शायद ही कोई जानता हो। लेकिन यह बात तो साफ है कि एक के बाद एक प्रदेश कांग्रेस कमेटी यदि प्रस्ताव पारित कर राहुल से पार्टी अध्यक्ष पद संभालने का आग्रह करती है तो इससे उन पर इस पद को स्वीकार करने का दबाव तो बढ़ेगा ही। इसके साथ पार्टी के दूसरे नेता जो अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहेंगे वे हतोत्साहित होंगे कि उनको पार्टी में अपेक्षित समर्थन नहीं मिलेगा। राजनीतिक हलकों में यह सवाल भी तैर रहा है कि राहुल के इनकार करने पर इस अहम पद के लिए उम्मीदवार कौन होगा। ऐसी स्थिति में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा मीरा कुमार, मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह के नाम की भी चर्चा में हैं।
चिदंबरम ने कहा- राहुल का पार्टी में विशेष स्थान
इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम ने कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से कराए जाने की हिमायत करते हुए कहा कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनें या नहीं बने, वे पार्टी के लिए सदा विशेष बने रहेंगे क्योंकि आज पार्टी में सर्वाधिक स्वीकार्यता उनकी ही है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है लेकिन उनका विचार संभवतः बदल जाए। बात साफ है पार्टी में राहुल गांधी के प्रति व्यापक समर्थन है। संभवतः पार्टी में चुनाव की नौबत तभी आएगी जब राहुल गांधी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं संभालें। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन 24 सितंबर से शुरू होंगे।