-विष्णु देव मंडल-

(चेन्नई निवासी स्वतंत्र पत्रकार)
चेन्नई। चक्रवात मंडौस की वजह से तटीय तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और तेज़ हवाएँ चलीं। पुडुचेरी और श्रीहरिहोटा के बीच 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने वाले तूफान ने चेन्नई में कहर बरपाया। चेन्नई में पेड़ उखड़ गए, बिजली आपूर्ति बाधित हुई और निचले इलाकों में जलभराव हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि शहर में सुबह साढ़े पांच बजे तक 24 घंटे में 115.1 मिमी बारिश हुई है। सीएम एम के स्टालिन ने चक्रवात प्रभावित चेन्नई के कोस्टल एरिया का दौरा किया और प्रभावित लोगों को भोजन वितरित किया है।
चक्रवात शनिवार के शुरुआती घंटों में एक गहरे दबाव में कमजोर हो गया और महाबलीपुरम के 55 किमी उत्तर-उत्तर पश्चिम और चेन्नई के लगभग 40 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। यह आज दोपहर तक और कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल जाएगा। अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की भविष्यवाणी की गई है। जबकि उत्तर आंतरिक तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है।
चेन्नई, और वेल्लोर, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, रानीपेट, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू और कांचीपुरम सहित अन्य जिलों में बारिश के पूर्वानुमान के कारण शनिवार को स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया था। राज्य में सुरक्षा, राहत और बचाव कार्यों के लिए 16,000 पुलिस कर्मियों और 1,500 होमगार्डों को तैनात किया गया है। 12 जिला आपदा प्रतिक्रिया बल टीमों के अलावा तमिलनाडु राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की 40 सदस्यीय टीम को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमों के लगभग 400 कर्मियों को कावेरी डेल्टा क्षेत्र सहित तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है।