
नई दिल्ली। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब दिया। संसद के इस सत्र में अडानी मुद्दे पर बार-बार व्यवधान देखा गया है। मोदी ने कहा कि महामारी, विभाजित दुनिया, भू-राजनीतिक गड़बड़ी के बावजूद, जिस तरह से देश गड़बड़ी से जागा है, उसने इसे गर्व और आत्मविश्वास से भर दिया है। पीएम मोदी के संबोधन के बाद स्पीकर ओम बिरला ने धन्यवाद प्रस्ताव पर वोटिंग कराई। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन की ये परंपरा कायम रहनी चाहिए।
सत्र की शुरुआत बुधवार को भाजपा द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा पीएम के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए कार्रवाई की मांग के साथ हुई। मंगलवार को, राहुल गांधी ने विपक्ष के हमले का नेतृत्व करते हुए अडानी मुद्दे पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस नेता ने 2014 में सत्ता में आने वाली मोदी सरकार के साथ व्यवसायी गौतम अडानी के व्यापारिक भाग्य और व्यक्तिगत संपत्ति में वृद्धि को जोड़ा। उनकी टिप्पणी को सत्ता पक्ष से तीखी प्रतिक्रिया मिली।
पीएम मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को संकल्प से सिद्धि तक की यात्रा का खाका बताया और खुशी जताई कि किसी ने भी इस पर आपत्ति नहीं जताई है। एक दिन पहले ही धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने लोकसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे वार किए थे और कई सवाल किए थे। राहुल गांधी ने अडानी मुद्दे पर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 85 मिनट के भाषण में राहुल गांधी के अडानी पर पूछे किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। मोदी के पूरे भाषण में अडानी का कहीं जिक्र तक नहीं था।। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष की एकता से लेकर राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर तंज जरूर कसते रहे। मोदी के भाषण के बाद राहुल गांधी ने कहा- प्रधानमंत्री ने मेरे एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। उनके बयान से समझ आ गया है कि वे अडानीको बचा रहे हैं। इसके पीछे कई सारे कारण हैं। मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन इससे सच्चाई उजागर हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के सपने देखने वाले निराशा में डुबे लोगों को आत्मचिंतन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कल जो यहां बैठते थे, आज वे वहां जाकर भी फेल हुए और देश तेज गति से आगे बढ़ता जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश डिफेंस सेक्टर में भी एक्सपोर्ट कर रहा है। राहुल गांधी पर नाम लिए बिना हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग हाल ही में लाल चौक पर तिरंगा फहराकर आए हैं, उन्होंने देखा होगा कि आज आप किस तरह बिना किसी बाधा के घूम.फिर सकते हैं। उन्होंने 90 के दशक को याद करते हुए कहा था कि मैं भी गया था। लाल चौक पर झंडा फहराने का संकल्प लेकर निकला था तब आतंकियों ने विरोध में पोस्टर लगाए थे। तब हमने कहा था कि हम भी देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पिया है जो हमें रोकेगा। हम बिना बुलेट प्रूफ जैकेट के आएंगे और तिरंगा फहराएंगे। फैसला लाल चौक पर होगा। किसी ने तब कहा था कि जब गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया जाता है तब आयुध का प्रदर्शन होता है। सलामी दी जाती है। हमने कहा था कि हम जब तिरंगा फहरा रहे हैं। दुश्मन देश का बारूद भी हमें सलामी दे रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग तिरंगे को शांति के लिए खतरा बताते थे। वे भी आज तिरंगा यात्रा में शरीक हो रहे हैं। आज श्रीनगर में सिनेमाहॉल चल रहे हैं और हाउसफुल चल रहे हैं।
यह सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ था। इसके 6 अप्रैल तक जारी रहने की संभावना है। सत्र के पहले कुछ दिन अडानी मुद्दे पर विपक्ष के कार्यवाही रोक देने से बर्बाद हो गए। विपक्ष अडानी समूह के खिलाफ आरोपों की चर्चा और जांच की मांग कर रहा था।