
-सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा का कल 30 जनवरी को समापन होगा
श्रीनगर। कांग्रेस के पूर्व राष्टीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अपने अंतिम पड़ाव के करीब है। राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए भी आज का दिन ऐतिहासिक है। राहुल गांधी आज श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर तिरंगा फहराएंगे। सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा का कल 30 जनवरी को समापन होगा। राहुल गांधी दोपहर 12 बजे भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई करते हुए लाल चौक पहुंचेंगे और तिरंगा फहराएंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई और लगभग 145 दिनों में 3,970 किमी, 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करने के बाद 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त होगी। 5 महीने तक चली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का सोमवार ;30 जनवरी को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में समापन होना है। श्रीनगर के शेर.ए.कश्मीर स्टेडियम में समापन समारोह होना है। जिसमें कांग्रेस को भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है। पार्टी की तरफ से समान विचारधारा वाली क्षेत्रीय पार्टियों और उनके नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है। 11 जनवरी को कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश भर के 24 दलों को समापन समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था।
समान विचारधारा वाले 12 विपक्षी दल सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होंगे। कुछ सुरक्षा कारणों से इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और टीडीपी उन पार्टियों में शामिल हैं, जो इस समारोह में शामिल नहीं होंगे।
एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके), शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड), उद्धव ठाकरे की शिवसेना, सीपीआई (एम), सीपीआई विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), केरल कांग्रेस, फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), और शिबू सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) श्रीनगर में समारोह में भाग लेंगे।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी भारत जोड़ो यात्रा से किनारा किया था। ममता पहले भी कांग्रेस को मुख्य विपक्षी दल या विपक्ष का चेहरा कहने से नकार चुकी है।
कश्मीर अतिसंवेदनशील राज्य है,सुरक्षा बलों की निरंतर कार्यवाही और इससे उपजे दबाव के कारण,शांति का माहौल बना है लेकिन भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए राजनेताओं की भीड़ से, लाल चौक पर झंडारोहण कार्यक्रम, विशिष्ट संवेदनशील हो जायेगा, इसलिए सुरक्षा को देखते हुए नेताओं को सोच समझकर जाना चाहिए